दिल्ली के इन 3 मंदिरों में क्यों रहती है हर समय भीड़? जानें क्या है इनकी खासियत
Delhi Famous Hindu Temple: दिल्ली में अलग-अलग देवी-देवताओं को समर्पित कई प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर मौजूद हैं, जिनका अपना अलग इतिहास, महत्व और मान्यता है। कुछ मंदिर तो ऐसे हैं, जहां दर्शन मात्र से व्यक्ति को अपने पापों से छुटकारा मिल जाता है। इसी वजह से साल भर मंदिरों में लोगों की भीड़ देखने को मिलती है।
आज हम आपको दिल्ली के 3 ऐसे मंदिरों के बारे में बताएंगे, जो देखने में जितने सुंदर लगते हैं। अंदर से भी वो इतने खूबसूरत हैं। यहां आकर आपको शांति और सुकून तो मिलेगा ही। साथ ही आप भगवान की भक्ति में भी सराबोर हो जाएंगे। आइए जानते है दिल्ली के उन 3 प्राचीन मंदिरों के बारे में।
ये भी पढ़ें- अक्षरधाम से लेकर बिरला मंदिर तक, दिल्ली के ये 5 मंदिर घूमने के लिए हैं बेस्ट प्लेस
हनुमान मंदिर
नई दिल्ली के कनॉट प्लेस में बाल हनुमान को समर्पित प्राचीन हनुमान मंदिर स्थित है। माना जाता है कि यहां पर हनुमान जी की जो मूर्ति है, उसमें बाल हनुमान स्वयं उपस्थित हैं। इसके अलावा कहा जाता है कि इस प्राचीन हनुमान मंदिर की स्थापना पांडवों द्वारा की गई थी। इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यहां 1 अगस्त 1964 से लेकर आज तक राम मंत्र का जाप किया जा रहा है। मंदिर में चौबीस घंटे राम जी का नाम जप किया जाता है। इसी वजह से हर समय इस मंदिर में भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है।
जैन लाल मंदिर
जैन धर्म के लोगों के लिए लाल मंदिर आस्था का केन्द्र हैं। जो कि चांदनी चौक और लाल किला के पास स्थित है। यहां पार्श्वनाथ भगवान से लेकर महावीर भगवान और पद्मावती माता की मूर्तियां विराजमान हैं। माना जाता है कि जो भी व्यक्ति लाल मंदिर में अपनी मन्नत लेकर आता है, माता रानी उसकी इच्छा जरूर पूरी करती हैं। ये मंदिर भक्तों के लिए सुबह 5 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक खुलता है। दिन में मंदिर के कपाट बंद रहते हैं। वहीं शाम में आरती के लिए मंदिर के कपाट 5 बजे से लेकर रात 9 बजे तक खुले रहते हैं।
गौरी शंकर मंदिर
गौरी शंकर मंदिर चांदनी चौक, पुरानी दिल्ली के पास स्थित है। मंदिर में माता गौरी और शंकर जी की विशाल प्रतिमा मौजूद हैं। मंदिर में मां गौरी और शंकर जी के दर्शन करने के लिए सालभर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। हालांकि साल में सिर्फ एक बार सावन माह में गौरी-शंकर का जलाभिषेक किया जाता है।
ये भी पढ़ें- फूलों से लेकर भस्म तक, देश के इन प्रसिद्ध मंदिर में खास तरीके से खेली जाती है होली
ये भी पढ़ें- एक मोक्ष का दरवाजा, दूसरा स्वर्ग का रास्ता: 5 पॉइंट में जानें श्रीकृष्ण के द्वारकाधीश मंदिर के रहस्य