Cadbury से प्रिंस ने छीन लिया शाही वारंट, 100 कंपनियों को भी लगा झटका
Cadbury Royal Warrant : यूके के राजा ने 170 वर्षों के बाद कैडबरी को मिले रॉयल वारंट को रद्द कर दिया है। इसके साथ ही 100 कंपनियां ऐसी भी हैं, जिन्हें निराशा हुई है। जिन कंपनियों का वारंट रद्द किया गया, उन सभी को पत्र के माध्यम से सूचित कर दिया गया था। प्रिंस के इस फैसले पर कैडबरी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
इस सप्ताह घोषित किए गए वारंट में लगभग 400 कंपनियां शामिल थीं, चार्ल्स ने अपनी मां द्वारा दिए गए 386 वारंट अपने पास रखे, जिनमें केलॉग्स अनाज से लेकर मोएट शैंपेन तक शामिल थे। कैडबरी जैसी 100 कंपनियों से यह शाही उपाधि छीन ली गई और उन्हें इसकी जानकारी भी दे दी गई है।
कैडबरी को रॉयल वारंट की उपाधि पहली बार 1854 में महारानी विक्टोरिया द्वारा दी गई थी, जो शाही घराने की वस्तुओं या सेवाओं की आपूर्ति को मान्यता देने के लिए बनाई गई थी। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय चॉकलेट प्रेमी थीं और उन्हें कैडबरी का बॉर्नविले बेहद पसंद था।
क्यों छीना गया रॉयल वारंट?
ऐसा माना जा रहा है कि किंग चार्ल्स स्वास्थ्य के प्रति काफी जागरूक रहते हैं और चॉकलेट को कम पसंद करते हैं। राजा के पूर्व संचार सचिव जूलियन पायने ने दिनचर्या के बारे में बताया था, जिसमें पांच तरह के कसरत और पौष्टिक आहार शामिल है। उन्होंने कहा, " वह आमतौर पर अत्यंत स्वस्थ, जैविक भोजन खाते हैं और ज्यादा शराब नहीं पीते हैं।
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लंदन की सबसे पुरानी चॉकलेट दुकानों में से एक प्रेस्टेट को भी शाही वारंट प्राप्त हुआ है। कैडबरी ब्रिटेन के कुछ सर्वाधिक बिकने वाले चॉकलेट उत्पादों में से एक है। वहीं कैडबरी के प्रवक्ता की तरफ से कहा गया है कि हमारा ब्रांड बहुत पसंद किया जाने वाला ब्रांड है, जो पीढ़ियों से ब्रिटिश जीवन का हिस्सा रहा है और आज भी देश की पसंदीदा चॉकलेट है। हालांकि हम इस बात से निराश हैं कि हम ब्रिटेन में अन्य सैकड़ों व्यवसायों और ब्रांडों में से एक हैं, जिन्हें नया वारंट नहीं मिला है, लेकिन हमें इस बात पर गर्व है कि हमारे पास पहले भी एक वारंट था और हम निर्णय का सम्मान करते हैं।