वाराणसी में श्याम रंगीला को नहीं करने दिया जा रहा नामांकन, वीडियो जारी कर लगाया बड़ा आरोप
Shyam Rangeela Varanasi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार 14 मई को वाराणसी ने अपना नामांकन दाखिल किया। कॉमेडियन और पीएम मोदी की मिमिक्री करने वाले श्याम रंगीला ने भी वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। हालांकि अब श्याम रंगीला वाराणसी के प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगा रहे हैं। श्याम रंगीला का कहना है कि उन्हें पर्चा दाखिल नहीं करने दिया जा रहा है।
14 मई की सुबह श्याम रंगीला ने एक वीडियो शेयर कर कहा कि उनके पास प्रस्तावक हैं, वह पूरी तैयार हैं लेकिन नामांकन ले ही नहीं रहे हैं। नामांकन लेने के बाद खारिज कर दो लेकिन नामांकन लो तो सही। इसके बाद श्याम रंगीला वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ करते हैं तो उन्हें 12 बजे के बाद आने के लिए कहा गया।
श्याम रंगीला ने कहा- नहीं करने दिया जा रहा नामांकन
श्याम रंगीला ने किसी अधिकारी को फोन कर कहा कि मुझे नामांकन करना है, मुझे कल भी नामांकन नहीं करने दिया गया। श्याम रंगीला का कहना है कि अजय राय नामांकन करने पहुंचे तो उनके साथ 15-20 लोग गए थे, उनकी एंट्री कर दी गई और हम लाइन में खड़े रहे। श्याम ने कहा कि यहां की प्रक्रिया दो भागों में बंटी हुई है। जिनका नामांकन इन्हें लेना है, उनके लिए अलग प्रक्रिया और जिनका नामांकन नहीं लेना है उनके लिए अलग प्रक्रिया।
श्याम रंगीला का यह वीडियो वायरल हो रहा है और इस पर लोगों के कमेंट्स आ रहे हैं । एक ने लिखा कि अभी तक 14 लोगों ने नामांकन किया है तो तुम्हें ही दिक्कत क्यों आ रही है भाई? एक ने लिखा कि श्याम रंगीला कहां राजनीति में फंस रहा है, कॉमेडी अच्छी करते थे, उसी पर काम करना चाहिए था। एक अन्य ने लिखा कि वाकई ये बेहद चिंताजनक स्थिति है कि एक व्यक्ति नामांकन करने पहुंचा लेकिन दो दिन से उसे पर्चा ही दाखिल नहीं करने दिया जा रहा है।
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एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि अगर श्याम रंगीला के आरोप ठीक हैं तो वाकई चुनाव आयोग के रवैये पर सवाल खड़े होते हैं। एक अन्य ने लिखा कि आखिरकार चुनाव आयोग कैसे खुद को निष्पक्ष और ईमानदार कहता है। एक ने लिखा कि बाबा साहब ने संविधान में हर व्यक्ति को चुनाव लड़ने का अधिकार दिया है, फिर चाहे वो राजा हो या रंक लेकिन जिस तरीके से श्याम रंगीला को नामांकन करने से रोका जा रहा है ये संविधान विरोधी और निंदनीय है।