चुनाव 2024खेलipl 2024वीडियोधर्म
मनोरंजन | मनोरंजन.मूवी रिव्यूभोजपुरीबॉलीवुडटेलीविजनओटीटी
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियास्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीipl 2023भारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस

Election Facts: दो नेताओं को मिले बराबर वोट तो सिक्का उछालकर हुई विजेता की घोषणा

Election Facts : एक दो बार नहीं बल्कि कई बार चुनाव में दो उम्मीदवारों को बराबरी के वोट मिल चुके हैं, विधानसभा चुनाव से लेकर पंचायत चुनाव में ये स्थिति सामने आ चुकी हैं। पूरी खबर पढ़िए और जानिए कि बराबर वोट मिलने पर कैसे की जाती हैं विजेता की घोषणा !
08:15 AM Mar 18, 2024 IST | Avinash Tiwari
Election facts
Advertisement

Election Facts: लोकसभा चुनाव 2024 की तारिख की घोषणा हो चुकी है। 19 अप्रैल से मतदान शुरू होने वाले हैं और 2 जून को परिणाम सामने आएंगे। ऐसे हम आपको भारतीय चुनाव इतिहास में हुई एक दिलचस्प घटना के बारे में बताने जा रहे हैं। एक वक्त ऐसा आया था जब दो उम्मीदवारों को बराबरी का वोट मिला था, जानते हैं तब जीत-हार का फैसला कैसे हुआ था?

Advertisement

सिक्का उछालकर हुआ था सीएम का फैसला

मेघालय में राजनीतिक अस्थिरता बनी रहती है। मेघालय में अब तक 21 से अधिक सीएम शपथ ले चुके हैं। एक बार मेघालय में सीएम पद को लेकर गठबंधन में ठन गई थी तब सीएम कौन बनेगा इसका फैसला करने के लिए सिक्का उछाला गया था। सिक्का उछालने के बाद जिसके हक में परिणाम आया था, वह सीएम बना था।

जब दो विधायकों को मिले बराबर के वोट

बात साल 1988 की है, मेघालय में विधानसभा चुनाव हो रहे थे। जब चुनाव के नतीजे सामने आए तो दो उम्मीदवार रोस्टर संगमा और चेम्बर लाईन मार्क को बराबर वोट मिले। ऐसे में अधिकारी ने विजेता घोषित करने के लिए टॉस करने का फैसला किया था। टॉस में रोस्टर संगमा विजयी हो गए थे और उन्हें ही विजेता घोषित किया गया था।

यह भी पढ़ें : एक ऐसा नेता जो चार राज्यों से पहुंचा संसद, तीन जगहों से लड़ा चुनाव, हुई थी करारी हार

Advertisement

असम में भी उछाला गया सिक्का तो मुंबई में लॉटरी

साल 2018 में असम में हुए पंचायत चुनाव में स्वाधीन, हेलखांडी और लालमुख पंचायत चुनाव में दो उम्मीदवारों को बराबर के वोट मिले थे, तब भी सिक्का उछला गया था। वहीं मुंबई में BMC चुनाव के दौरान बीजेपी के अतुल शाह और शिवसेना के सुरेंद्र बगलकर को बराबर वोट मिले थे, तब लॉटरी के जरिए विजेता की घोषणा हुई थी

साल 2010 में झारखंड में भी ऐसी ही स्थिति आ गई थी जब सिक्का उछालकर विजेता की घोषणा हुई थी। पंचायत चुनाव में साहेबगंज जिले के बढरवा ब्लॉक में नवजीत बीवी और सुगना सुल्ताना बराबर के वोट मिले थे। तब चुनाव अधिकारी ने सिक्का उछालकर विजेता का फैसला किया था। बताया गया कि दोनों ही उम्मीदवारों को 610-610 वोट मिले थे।

Advertisement
Tags :
2024 Loksabha ElectionTrending News
Advertisement
Advertisement