होमखेलवीडियोधर्म मनोरंजन..गैजेट्सदेश
प्रदेश | हिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारदिल्लीपंजाबझारखंडछत्तीसगढ़गुजरातउत्तर प्रदेश / उत्तराखंड
ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थExplainerFact CheckOpinionनॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

4 मिनट में 45 किमी की दूरी तय करने वाले तहसीलदार पर एक्शन, रिटायरमेंट से पहले बुरा फंसा शख्स

Punjab Ludhiana News : पंजाब के एक तहसीलदार के कारनामे सुनकर हर कोई हैरान है। इस अधिकारी ने 45 किमी की दूरी महज 4 मिनट में पूरी की। जिसके बाद वह वरिष्ठ अधिकारियों की रडार पर आ गया।
03:12 PM Feb 02, 2025 IST | Avinash Tiwari
Advertisement

Punjab Ludhiana News : पंजाब से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां एक अधिकारी महज चार मिनट में 45 किमी की दूरी तय कर ली। यह स्पीड 500 किलोमीट प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली दुनिया की सबसे तेज कार कोएिनिगसेग जेस्को एब्साल्यूट और 300 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली लेम्बोर्गिनी एवेंटाडोर एलपी अल्टीमा कार से भी अधिक है। आखिर क्यों रिटायरमेंट से करीब एक महीने पहले तहसीलदार मुसीबत में फंस गया?

Advertisement

पूरा मामला लुधियाना के पूर्वी तहसील से जुड़ा हुआ है। यहां के दफ्तर में बैठकर जगरांव की छह विवादित रजिस्ट्रियां करने वाले तहसीलदार रणजीत सिंह बुरी तरह फंस गए हैं। जानकारी के मुताबिक 17 जनवरी को तहसीलदार रणजीत सिंह ने छह रजिस्ट्रियां दर्ज करवाई। इनमें से एक 5.12 मिनट पर की गई तो दूसरी रजिस्ट्री करीब 45 किमी दूर की गई लेकिन पहली रजिस्ट्री से महज 4 मिनट बाद 5.16 पर हुई।

अगर देखा जाए तो तहसीलदार साहब महज 4 मिनट के अंदर 45 किमी दूर पहुंचकर दूसरी जगह रजिस्ट्री करवा दिए। उनकी इस करतूत पर किसी की नजर पड़ गई और उनके विरुद्ध जांच बैठ गई। शुरुआती जांच में सामने आया कि तहसीलदार रणजीत सिंह ने अपने पद का दुरुपयोग किया है। इसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया।

यह भी पढ़ें : 1 से शादी और कई से संबंध; ये अनोखा विवाह क्यों बना भारतीयों की पहली पसंद?

Advertisement

इसके साथ ही रणजीत सिंह को अब लुधियाना पूर्वी से धारकलां पठानकोट भेज दिया गया है। अब वहां उन्हें रोजाना एसडीएम ऑफिस में हाजिरी देनी है। इसके साथ ही डीसी पठानकोट को उन्हें अपनी हाजिरी रिपोर्ट तक भेजनी होगी। आरोप है कि तहसीलदार ने लालच में आकर इस करतूत को अंजाम दिया है।

यह भी पढ़ें : Maha Kumbh में टूटा साधु का कहर, शख्स पर Non Veg खाने का आरोप

तहसीलदार रणजीत सिंह की 28 फरवरी को रिटायरमेंट। पंजाब सरकार की तरफ से बताया गया है कि उनके खिलाफ की शिकायतों की जांच विजिलेंस विभाग करेगा। अब रिटायरमेंट के बाद सरकार से मिलने वाली सुविधाएं तब तक नहीं मिलेंगी जब तक उन पर चल रही जांच पूरी नहीं हो जाती।

Open in App
Advertisement
Tags :
Ludhianapunjab newsTrending News
Advertisement
Advertisement