ये है दुनिया का सबसे खाली हवाई अड्डा, महज दस साल में ही बिकने को तैयार!
World's Quietest Airport : आपने दुनिया के सबसे बड़े, सबसे छोटे, सबसे व्यस्त हवाई अड्डे के बारे में सुना ही होगा लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया का सबसे खाली हवाई अड्डा कौन सा है? आज हम आपको इस हवाई अड्डे के बारे में बताने जा रहे हैं। खबर आई थी कि इस हवाई अड्डे को भारत खरीद सकता है लेकिन आज तक इसको लेकर स्थिति साफ नहीं हो पाई है और ये हवाई अड्डा आज भी वीरान पड़ा हुआ है।
मट्टाला राजपक्षे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा को "विश्व का सबसे शांत" हवाई अड्डा कहा जाता है। यह हवाई अड्डा कोलंबो से मात्र चार घंटे की दूरी पर स्थित है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, हंबनटोटा में स्थित इस हवाई अड्डे के टर्मिनल से औसत दिन में केवल सात लोग ही गुजरते हैं। मट्टाला राजपक्षे अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा जंगल और छोटे-छोटे गांवों से घिरा हुआ है। इस हवाई अड्डे पर एक टैक्सी का कार्यालय और एक होटल है।
कब और किसने करवाया था निर्माण?
मट्टाला राजपक्षे अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को बने हुए अधिक समय नहीं बीता है। राष्ट्रपति रहते हुए इस हवाई अड्डे को महिंदा राजपक्षे ने साल 2013 में शुरू करवाया था। राजपक्षे ने हवाई अड्डे के निर्माण पर 176 करोड़ खर्च किए थे। जब इसका निर्माण हुआ था तब इस पर चीन ने खूब पैसा लगाया था। इसके आस-पास के इलाके का विकास कर पर्यटन को बढ़ावा देने के इरादे से इस एयरपोर्ट का निर्माण कराया गया लेकिन ये कभी सफल हो ही नहीं पाया।
एक रिपोर्ट की मानें तो इस एयरपोर्ट की आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि कर्मचारियों को सैलरी तक नहीं मिल पा रही है। ऐसे में चर्चा इस बात की भी थी कि इस एयरपोर्ट को बेचा जा सकता है। श्रीलंका की एक न्यूज वेबसाइट ने दावा किया था कि भारत और रूस ने इस एयरपोर्ट को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है।
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जिस क्षेत्र में यह एयरपोर्ट बना है, वह महिंदा राजपक्षे का गृह क्षेत्र है। इस इलाके का विकास करने और पर्यटकों को लुभाने के मकसद से इस एयरपोर्ट का निर्माण करवाया लेकिन अब इसके भविष्य का कुछ अता-पता नहीं है।