हाईटेक सिक्योरिटी, श्रद्धालुओं के लिए अस्पताल और... जानें प्रयागराज महाकुंभ के लिए योगी सरकार ने क्या-क्या की तैयारी?
Mahakumbh 2025 Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले साल 2025 में दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक कार्यक्रम महाकुंभ का आयोजन होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ खुद 2025 के महाकुंभ की तैयारी की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। हिंदू धर्म में 12 साल में होने वाले महाकुंभ का काफी महत्व होता है। इसकी मान्यता और भव्यता का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि महाकुंभ में लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ स्नान करने के लिए जुटती है।
ऐसे में भीड़ की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है। योगी सरकार ने महाकुंभ की सुरक्षा को लेकर फुल प्रूफ प्लान बनाया है। महाकुंभ में 7 लेयर की सेफ्टी होगी। पूरे इलाकों को 10 जोन, 25 सेक्टर , 56 थानों और 155 चौकियों में डिवीजन किया जाएगा। हर लेवल पर चेकिंग और जांच की जाएगी।
37 हजार से अधिक पुलिकर्मी रहेंगे तैनात
महाकुंभ में सुरक्षा के मद्देनजर 37 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे, जिनमें 23 हजार मेले की सुरक्षा और 6 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी कमिश्नरेट में तैनात रहेंगे। वहीं, 1378 महिला कर्मियों को महिलाओं की सुरक्षा के लिए तैनात किया जाएगा। इसके अलावा स्टेशनों और रेलवे रूट्स पर जीआरपी के 7 हजार कर्मी कड़ा पहरा देंगे।
इंटेलिजेंस यूनिट भी रहेगी एक्टिव
महाकुंभ के दौरान कोई आतंकवादी घटना न हो, इसके लिए इंटेलिजेंस यूनिट भी एक्टिव रहेगी। एक कमांड सेंटर अलग से बनाया जाएगा। मेला क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों पर एआई से लैस सीसीटीवी लगेंगे। इस धार्मिक आयोजन में नागरिक पुलिस, महिला पुलिस, यातायात पुलिस, घुड़सवार पुलिस, परिवहन शाखा, सशस्त्र पुलिस, एलआईयू, जल पुलिस और होमगार्ड तैनात होंगे।
अस्थायी अस्पताल की भी होगी व्यवस्था
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी न हो, इसके लिए योगी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। प्रयागराज महाकुंभ में एक्सरे और एमआरआई की व्यवस्था रहेगी। श्रद्धालुओं के लिए हाईटेक अस्थायी अस्पताल के इंतजाम किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग 10 लाख ओपीडी और 10 हजार आईपीडी की तैयारी कर रहा है।
घाटों का हो रहा पुनरुद्धार
योगी सरकार की ओर से कुंभ नगरी प्रयागराज के घाटों का पुनरुद्धार किया जा रहा है। गंगा और यमुना नदी के 7 घाट दशाश्वमेध घाट, ज्ञान गंगा घाट (झूंसी), किला घाट (VIP घाट), सरस्वती घाट, रसूलाबाद घाट, नौकायन घाट और महेवा घाट को नव्य स्वरूप दिया जा रहा है। इन घाटों के 80 प्रतिशत पुनरुद्धार कार्य पूरे हो गए हैं।
घाटों पर रहेंगी ये सुविधाएं
सरकार की ओर से श्रद्धालुओं और पर्यटकों को उच्च दर्जे की सुविधा प्रदान करने की तैयारी कर रही है। सातों घाटों पर मेडिटेशन जोन, चेंजिंग रूम, ग्रीन जोन, सिटिंग प्लाजा, कैंटीन की व्यवस्था रहेगी। साथ ही स्वच्छ पानी के लिए आरओ लगेगा और सचल टॉयलेट की भी सुविधा होगी।
25 सेक्टरों में बंटेगा मेला क्षेत्र
राज्य सरकार प्रयागराज का सौंदर्यीकरण कर रही है। 4000 हेक्टेयर में महाकुंभ मेला का क्षेत्र फैला होगा और 1800 हेक्टेयर में पार्किंग की सुविधा होगी। मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा, जिसमें 30 पंटून ब्रिज, फूड जोन, थीमेटिक लाइटिंग और कई सांस्कृतिक स्थलों जैसे ज्योर्तिर्लिंग पार्क, स्टेट पवेलियन और कन्वेंशन हॉल होंगे। 1.5 लाख टॉयलेट्स और यूरिनल्स लगाए जाएंगे, जिनकी सफाई के लिए 10 हजार से अधिक सफाईकर्मी तैनात होंगे।
लाइटिंग से चमकेगा पूरा शहर
प्रयागराज के सौंदर्यीकरण के तहत 38 प्रमुख मार्गों पर लैंडस्केपिंग, हॉर्टिकल्चर और थीमेटिक डेवलपमेंट का कार्य होगा। शहर के 40 चौराहों की री-डिजाइनिंग होगी और 67.5 किमी के मार्ग पर थीमेटिक लाइटिंग लगेगी। 374 पार्कों का जीर्णोद्धार, 316 किमी सड़क मार्गों का नवीनीकरण और 2.71 लाख पौधारोपण होगा। 4 प्रमुख मार्गों पर थीमेटिक गेट्स और 1470 साइनेज लगेंगे।
खोया-पाया सिस्टम भी लगेगा
अक्सर आप कुंभ में अपनों से बिछड़ने की बात सुनते होंगे, लेकिन इस बार महाकुंभ में बिछड़ने की बात पुरानी होने वाली है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अत्याधुनिक खोया-पाया सिस्टम लागू करने की तैयारी की। अगर कोई अपने परिवार से बिछड़ जाता है तो इस सिस्टम की मदद से उसे जल्द से जल्द अपनों से मिला दिया जाएगा।
ऐसे काम करेगा ये सिस्टम
प्रयागराज मेला प्राधिकरण और पुलिस विभाग मिलकर हाईटेक खोया-पाया रजिस्ट्रेशन सिस्टम शुरू करेगा। अगर कोई व्यक्ति कुंभ मेले में खो जाता तो उसका रजिस्ट्रेशन खोया-पाया केंद्र में होगा और फिर केंद्रों पर लापता व्यक्ति के लिए अनाउंसमेंट होगी। खोये हुए व्यक्ति की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे एक्स, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर भी शेयर की जाएगी।
जीरो एनिमल जोन बनेगा महाकुंभ क्षेत्र
पहली बार महाकुंभ जोन को जीरो एनिमल जोन बनाया जा रहा है। पशुओं को एक निर्धारित स्थानों पर रखा जाएगा। सरकार ने पशुपालकों को निर्देश दिए हैं कि महाकुंभ के दौरान पशुओं को बाहर नहीं छोड़ना है। पशुओं लिए आश्रय स्थल का निर्माण भी किया जा रहा है, जहां उनके खाने पीने की सुविधा रहेगी।
कब से शुरू होगा महाकुंभ
आपको बता दें कि प्रयागराज में पौष पूर्णिमा स्नान के साथ 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ की शुरुआत होगी। 14 जनवरी को मकर संक्रांति, 29 जनवरी को मौनी अमावस्या, 3 फरवरी को बसंत पंचमी, 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा, 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन पवित्र स्नान है, जिस दिन श्रद्धालुओं की भीड़ जुटेगी।
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