'ताजिया के नाम पर घर-पुल तोड़ जाते थे', CM योगी ने उपद्रवियों को दी चेतावनी
CM Yogi Adityanath Statement : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार भाजपा कार्यसमिति की बैठक हुई, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। इस दौरान सीएम योगी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि यूपी में आम चुनाव के जो नतीजे आए हैं, उससे बैकफुट पर जाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने जाति और मजहब से ऊपर उठकर काम किया।
मुहर्रम-ताजिया पर क्या बोले सीएम योगी
यूपी भाजपा कार्यसमिति की बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि याद कीजिए पहले मुहर्रम के समय सड़कें खाली हो जाया करती थीं। आज मुहर्रम आयोजित हो रहा है इसका पता भी नहीं लग रहा। पहले ताजिया के नाम पर घर तोड़े जाते थे, सड़कों के तार हटाए जाते थे, पिपल के पेड़ काटे जाते थे, पुल तोड़ दिए जाते थे। आज कहा जाता है किसी गरीब की झोपड़ी नहीं हटेगी। आज कहा जाता है सरकार नियम बनाएगी, त्योहार मनाने हैं तो नियमों के तहत मनाओ, नहीं तो घर बैठ जाओ।
यह भी पढ़ें : ‘हम तो पांडव वाले पक्ष के’..’कृष्ण और राम दोनों को’.., सदन में अखिलेश यादव का बीजेपी पर पलटवार
सीएम योगी ने अखिलेश पर बोला हमला
उन्होंने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा सरकार के समय कन्नौज के मेडिकल कॉलेज की चर्चा हुई। कन्नौज के मोडिकल कॉलेज का नाम बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर था। समाजवादी पार्टी के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने नाम बदल दिया। इन्होंने धर्म के आधार पर एससी/एसटी को मिलने वाले आरक्षण पर सेंध लगाने का भी काम किया था। 2016 में एससी जाति की स्कॉलरशिप को सपा सरकार ने रोकने का काम किया था।
यह भी पढ़ें : अब उर्दू और फारसी अल्फाजों का नहीं होगा यूज, 115 साल पुराने कानून को बदलेगी सरकार
कांग्रेस ने 90 बार चुनी हुई सरकारों को गिराया: नड्डा
इस दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 90 बार कांग्रेस ने चुनी हुई सरकारों को गिराया है। भाजपा ने 10 साल सिर्फ जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगाया वह भी सदन में बोल कर लगाया कि यह अस्थायी है, इसको हटा दिया जाएगा। विपक्ष आज प्रजातंत्र की दुहाई देने लगे हैं और संविधान के रक्षक बन गए हैं। संविधान में लिखा है कि धर्म के आधार पर कोई आरक्षण नहीं होगा, उसकी धज्जियां उड़ाकर आंध्र प्रदेश में एक बार नहीं 4 बार धर्म के आधार पर आरक्षण देने का प्रयास होता है।