शहीद पति की अर्थी पर चिट्ठी रख फूट-फूट कर रोई; हेलीकॉप्टर क्रैश में बलिदान पायलट को अंतिम विदाई
Martyr Pilot Sudhir Yadav Funeral: गुजरात के पोरबंदर में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद कोस्ट गार्ड के डिप्टी कमांडेट सुधीर यादव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बुधवार को कानपुर के बिठूर में राजकीय सम्मान के साथ सुधीर यादव को अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान सुधीर की मां राजमणि, पिता नवाब सिंह यादव और पत्नी जज आवृति नैथानी की हालत देखकर लोगों की आंखें नम हो गईं। तीनों ने बारी-बारी सुधीर को आखिरी अलविदा कहा।
सुधीर की पत्नी आवृति ने एक चिट्ठी पति की अर्थी पर रखी और कहा कि सुधीर इसे जरूर पढ़ लेना। जहां भी रहोगे, अपना ख्याल रखना। वी आर प्राउड ऑफ यू...इतना कहते ही आवृति फूट-फूट कर रोने लगी तो राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने आवृति को गले लगा लिया और सांत्वना दी। आवृति को देखकर सुधीर के मां-बाप भी बिलख-बिलख रोने लगो, जिन्हें कोस्ट गार्ड से आए अधिकारियों ने सांत्वना दी। इस दौरान पूरा माहौल गमगीन रहा, लोग जयकारे लगाते रहे।
बेटे की अर्थी देखकर फटा मां-बाप का कलेजा
सुधीर यादव को उनके आर्मी से रिटायर्ड पिता नवाब सिंह ने सैल्यूट करके आखिरी नमन किया। उन्होंने बेटे को वीर जवान और देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाली बहादुर बेटा बताया। इस दौरान सुधीर के बड़े भाई धर्मेंद्र पिता को संभालते दिखे, जो बेटे को आखिरी सैल्यूट करते हुए बिलख पड़े और लड़खड़ाने लगे। कोस्ट गार्ड के जवानों ने सुधीर के पिता को पार्थिव शरीर पर लिपटा तिरंगा भेंट किया तो मां राजमणि ने तिरंगे को सीने से लगा लिया।
राममणि यह कहते हुए फूट-फूट का रोने लगी कि हमारा हीरा, हमारा बाबू चला गया। अब हम किसके सहारे जिएंगे। राजमणि ने बेटे की तस्वीर को चूमा और शहीद बेटे को हाथ जोड़कर नमन किया। मूलरूप से शिवली के हरकिशनपुर गांव निवासी नवाब सिंह यादव का छोटा बेटा सुधीर यादव इंडियन कोस्ट गार्ड का पायलट था। रविवार 5 जनवरी को गुजरात के पोरबंदर में हेलीकॉप्टर क्रैश में सुधीर समेत 3 जवान शहीद हो गए थे।
न्यू ईयर पर पत्नी से हुई थी आखिरी मुलाकात
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार देरशाम लखनऊ एयरपोर्ट से तिरंगे में लिपटा सुधीर यादव का पार्थिव शरीर श्याम नगर स्थित उनके घर पर लाया गया। विस अध्यक्ष सतीश महाना, राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला, विधायक हसन रूमी, रघुनंदन भदौरिया, ADM सिटी राजेश कुमार, DCP पूर्वी श्रवण कुमार सिंह, ACP चकेरी दिलीप कुमार संग कोस्ट गार्ड कानपुर और पोरबंदर यूनिट के अधिकारियों ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी।
बुधवार सुबह परिजन सुधीर के पार्थिव शरीर को पैतृक गांव हरकिशनपुर गांव ले गए, जहां बिठूर में सुधीर का अंतिम संस्कार किया गया। आवृति ने इस मौके पर कहा कि वह न्यू ईयर पर सुधीर से मिली थी। मिलकर घर लौटी ही थी कि अगले दिन शाम को उसके हादसे में घायल होने की खबर आ गई। इसके बाद रात तक सुधीर की मौत होने की खबर आ गई। सोचा नहीं था कि वह मुलाकात सुधीर से जिंदगी की आखिरी मुलाकात साबित हो जाएगी।