'41 सेकंड में 31 थप्पड़...', दादा का नाम नहीं बता सका तो इंस्पेक्टर ने थाने में पीटा फरियादी, वीडियो वायरल
Jhansi Beating Video: उत्तर प्रदेश के झांसी जिले की मऊरानीपुर कोतवाली में तैनात एक इंस्पेक्टर का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें पुलिस अधिकारी फरियाद लेकर आए शख्स के साथ मारपीट और गालीगलौज करता दिख रहा है। यह वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस विभाग ने एक्शन लिया है। आरोपी इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। वीडियो लगभग एक माह पुराना बताया जा रहा है।
यह भी पढ़ें:राहुल गांधी के खिलाफ दायर मानहानि केस में गवाही दर्ज, इस दिन होगी अगली सुनवाई
बताया जा रहा है कि पुलिस चौकी में मऊरानीपुर इलाके के धमना गांव का एक शख्स अपनी पत्नी के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंचा था। साथ में उसका दोस्त सतेंद्र भी बताया जा रहा है। इस दौरान कोतवाली में मौजूद इंस्पेक्टर सुधाकर शाक्य ने फरियादी के साथ आए शख्स से उसका नाम पूछा। इसके बाद फरियादी के पिता का नाम पूछा। शख्स ने सब कुछ बता दिया। बाद में आरोपी अधिकारी ने पिता के पिता (दादा) का नाम भी पूछ लिया। युवक ने कहा कि उनका निधन उसके जन्म लेने से पहले हो गया था। नाम नहीं जानता हूं। आप फोन नंबर नोट कर लो।
पुलिस विभाग ने लिया ये एक्शन
इसके जवाब में भड़का इंस्पेक्टर युवक को गालियां देनी शुरू कर देता है। इसके बाद अपनी सीट से उठकर पिटाई करने लगता है। अधिकारी को वीडियो में जोर-जोर से चिल्लाते सुना जा सकता है। इसी दौरान पास बैठा शख्स पूरी हरकत वीडियो में रिकॉर्ड कर लेता है। जो दावा करता है कि 41 सेकंड में उस व्यक्ति को सुधाकर ने 31 थप्पड़ मारे। वीडियो में साफ दिख रहा है कि अधिकारी जब युवक की पिटाई कर रहा है तो पीड़ित पूछता है कि उसे क्यों मार रहे हो?
यह भी पढ़ें:पंजाब में पुलिस चौकी पर आतंकी हमला, ऑटो सवारों ने फेंका ग्रेनेड; इस संगठन ने ली जिम्मेदारी
इंस्पेक्टर बिना कोई जवाब दिए लगातार थप्पड़ मारता है। वीडियो सामने आने के बाद विभाग ने उसके खिलाफ कार्रवाई की है। एसपी देहात गोपी नाथ सोनी ने कार्रवाई की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मऊरानीपुर कोतवाली का वीडियो सामने आने के बाद अधिकारी को सस्पेंड किया गया है। उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के भी आदेश दिए गए हैं। आरोपी ने फरियादी की कोतवाली में पिटाई की है। बाद में उसे काफी देर कोतवाली में बैठाकर रखा गया।