संभल के बाद मुरादाबाद: गौरीशंकर मंदिर की खुदाई में मिला शिवलिंग, 1980 से था बंद
Moradabad News: संभल के बाद आज मुरादाबाद में मंदिर की खुदाई का काम शुरू हो गया। 1980 में हुए दंगे में मंदिर के पुजारी की हत्या के बाद से ही मंदिर बंद था। पुजारी के पोते ने एक सप्ताह पहले मुरादाबाद के डीएम को अर्जी देकर मंदिर को दोबारा खुलवाने की मांग की।
इसके बाद प्रशासन ने तीन दिन पहले शहर में नगफनी एरिया में झब्बू का नाला मोहल्ले में स्थित मंदिर का जायजा लिया। मंदिर के गर्भगृह को दंगे के बाद दीवारें लगाकर बंद किया गया था। सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच इन दीवारों को तोड़ा गया। फिलहाल मौके पर फोर्स तैनात है। खुदाई में हनुमानजी, शिवलिंग और नंदी की प्रतिमाएं मिलीं हैं।
खुदाई के दौरान जमा हुए लोग
फिलहाल प्रशासन द्वारा पूरे एरिया को साफ करवाया जा रहा है। मौके पर लोग जुटे हैं। जानकारी के अनुसार दोपहर करीब 12 बजे यहां एसडीएम राम मोहन मीणा, नगर निगम अभियंता रईस अहमद और 2 थाने की फोर्स पहुंच गई। थोड़ी देर बाद डीएम अनुज सिंह भी मंदिर पहुंच गए। इसके बाद खुदाई शुरू हुई तो मंदिर की दीवार पर हनुमानजी की प्रतिमाएं दिखने लगी। जमीन पर शिवलिंग का स्थान बना था। पास में नंदी बैठे हैं। दीवार पर कुछ और प्रतिमाएं भी हैं, मगर वे खंडित है।
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लोगों ने किया था प्रदर्शन
बता दें कि मंदिर खोलने को लेकर पिछले दिनों लोगों ने प्रदर्शन किया था। इसके बाद डीएम ने इस मामले में एसडीएम से रिपोर्ट देने को कहा। एसडीएम ने 27 दिसंबर को मंदिर से जुड़े लोगों की जानकारी जुटाई। इसमें पाया कि एक किन्नर मंदिर की साफ-सफाई करती थी। इसके बाद एक अवैध दीवार खड़ी करवा दी गई। जिससे मंदिर आना मुश्किल हो गया। फिलहाल प्रतिमाओं की सफाई का काम चल रहा है। एसडीएम ने बताया कि मूर्तियां कितनी पुरानी है, ये अभी साफ नहीं हो पाया है।
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