Mukhtar Ansari Funeral Updates: मुख्तार अंसारी के भाई अफजल और गाजीपुर DM के बीच नोक-झोंक
Mukhtar Ansari Funeral News Updates: डॉन मुख्तार अंसारी को आज सुपुर्द-ए-खाक किया गया। गाजीपुर में काली बाग स्थित कब्रिस्तान में डॉन को रीति रस्मों के साथ दफनाया गया। इस मौके पर कब्रिस्तान के अंदर सिर्फ अंसारी परिवार के सदस्य मौजूद रहे।
वहीं कब्रिस्तान के बाहर डॉन के हजारों समर्थक जुटे, जिन्हें कंट्रोल करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात रहा। कब्रिस्तान डॉन के घर फाटक से करीब आधा किलोमीटर दूर है। इसी कब्रिस्तान में डॉन के अम्मी-अब्बू और परिवार के अन्य सदस्यों की भी कब्रें हैं। पिता की कब्र के पास ही मुख्तार अंसारी को दफनाया गया है।
मुख्तार अंसारी की मौत मामले में न्यायिक जांच शुरू
मुख्तार अंसारी की मौत मामले की आज से न्यायिक जांच शुरू हो गई है। परिवार ने उसे जेल में स्लो पॉइजन देकर मारने का आरोप लगाया। विपक्षी दलों ने भी मौत पर सवाल खड़े किए तो मुख्तार की मौत की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए। यह आदेश मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बांदा की तरफ दिए गए हैं।
अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को एक महीने में जांच पूरी करके रिपोर्ट पेश करनी है। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गरिमा सिंह को मामले में जांच अधिकारी नामित किया गया है। उनकी ही निगरानी में आज से जांच शुरू की गई है। इसके लिए जांच टीम आज सुबह बांदा जेल पहुंची। इस टीम में बांदा के जिला जज, DM दुर्गा शक्ति नागपाल, SP अंकुर अग्रवाल और ADJ शामिल हैं।
मामले में जेलर की भूमिका की जांच की मांग
आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में हुई रहस्यमय मौत मामले में जेलर की भूमिका की विशेष रूप से जांच की मांग की है। सुप्रीम कोर्ट तथा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भेजी गई शिकायत में उन्होंने कहा कि उन्हें जेल के विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है, जिसके अनुसार उक्त जेलर लगभग एक सप्ताह पूर्व ही मेरठ जेल से बांदा जेल में तैनात किया गया था।
वर्ष 2011 में लखनऊ जेल में डॉ राकेश सचान की संदिग्ध मौत के समय भी एक जेलर के जौनपुर जेल से लखनऊ जेल में ट्रांसफर होने और उन पर उस घटना में शामिल होने के गंभीर आरोप लगे थे, जिस कारण इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
देखें मुख्तार अंसारी के आखिरी सफर से जुड़े पल-पल के अपडेट्स...
- कब्रिस्तान के बाहर मुख्तार अंसारी का भाई अफजल अंसारी नजर आया, जिसने लोगों ने शांति बनाए रखने की अपील भी की। क्योंकि कब्रिस्तान में सिर्फ परिवार वालों को जाने की इजाजत थी, इसलिए डॉन के समर्थकों में थोड़ा निराशा का भाव था। उन्हें समझाने के लिए अफजल अंसारी ने लोगों को संबोधित किया।
- डॉन मुख्तार अंसारी अपने अंतिम सफर पर निकल गया है। उसके जनाजे में हजारों लोग शामिल हैं। इससे पहले नमाज़-ए-जनाज़ा की रस्म अदा की गई, जिसमें हजारों लोगों ने नमाज पढ़कर अपने चहेते डॉन को अंतिम विदाई दी।
- मुख्तार अंसारी को दफनाने के लिए 7.5 फीट लम्बी, 3.5 फीट चौड़ी और 5 फीट गहरी कब्र बनाई गई है। कब्र बीते दिन ही तैयार कर ली गई थी। कब्र हिन्दू मजदूरों गिरधारी, संजय और नगीना ने तैयार की है। कब्रिस्तान के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं और सिर्फ परिवार के सदस्यों या करीबी रिश्तेदारों को ही कब्रिस्तान के अंदर जाने की इजाजत होगी।
Mukhtar Ansari Last Photo
- मुख्तार अंसारी की आखिरी तस्वीर सामने आई है, जिसमें उसका बेटा उमर अंसारी पिता की मूंछों को ताव देता दिख रहा है। वहीं मुख्तार अंसारी को अंतिम विदाई देने के लिए उसके घर के बाहर लोग और उसके समर्थक उमड़े।
- गैंगस्टर-राजनेता मोहम्मद शहाबुद्दीन का बेटा ओसामा (हल्के नीले कुर्ते में) मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए पहुंचा।
- मुख्तार अंसारी को कट्टरपंथी मजहबी लोग सोशल मीडिया पर हीरो बनाने पर तुले हैं। लोग रील बनाकर और पोस्ट करके मातम मना रहे हैं। जनपद हरदोई के अतरौली निवासी नाजिम कुरैशी के नाम से सोशल मीडिया पर लिखी गई पोस्ट में मुख्तार अंसारी को जहर देने की बात कही गई। यही नहीं यूपी सरकार को धमकी भरी चेतावनी दी गई। पुलिस ने इसे गंभीरता से लेते हुए नाजिम कुरैशी को पकड़ लिया। कोतवाली प्रभारी रितेश कुमार ने बताया कि युवक से पूछताछ करके आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- मुख्तार अंसारी के माता-पिता की कब्र के सामने ही मुख़्तार के लिए कब्र खोदी गई है। आज सुबह 10 के करीब डॉन को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। मुख़्तार अंसारी के घर के बाहर भारी भीड़ जमा है। क़ब्रिस्तान के अंदर जाने वालों को आधार कार्ड दिखाने के बाद ही एंट्री मिलेगी। सुरक्षा कारणों से क़ब्रिस्तान में अनजान लोगों को जाने नहीं दिया जाएगा।
बेटे अब्बास और पत्नी अफशां का इंतजार
वहीं देखना यह है कि डॉन का फातिया कौन-सा बेटा पढ़ता है? अब्बास अंसारी की पैरोल वाली याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो सकती है। बीते दिन इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उसकी याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद देरशाम अब्बास ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। उसने पिता के जनाजे में शामिल होने के लिए पैरोल दिए जाने की मांग की है, लेकिन आज की नमाज पढ़ने के बाद मुख्तार अंसारी को सुपुर्द-ए-खाक करने की तैयारी परिजनों की है। मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी का भी कोई सुराग नहीं है, क्योंकि वह फरार है।
रात करीब एक बजे पार्थिव शरीर पहुंचा घर
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुख्तार अंसारी का पार्थिव शरीर देररात करीब एक बजे गाजीपुर पहुंचा। पार्थिव शरीर को डॉन के घर फाटक में ही रखा गया है। शुक्रवार दोपहर को पोस्टमार्टम करने के बाद शाम करीब 5 बजे मुख्तार अंसारी का पार्थिव शरीर बेटे उमर अंसारी को सौंपा गया। बांदा से गाजीपुर 400 किलोमीटर दूर है। यह दूरी करीब 10 घंटे में तय की गई।
प्रयागराज के रास्ते भदोही और वाराणसी होते हुए चौबेपुर से गाजीपुर डॉन का पार्थिव शरीर लाया गया। इस दौरान काफिले को पुलिस कमांडो की गाड़ियों ने एस्कॉर्ट किया। डॉन के काफिले में करीब 26 गाड़ियां थीं, जिन्होंने गाजीपुर में एंट्री की तो सड़कों पर लोगों का सैलाब उमड़ा। मुहम्मदाबाद युसुफपुर में तो मातम पसरा है। शटडाउन जैसी स्थिति है। जैसे ही डॉन का पार्थिव शरीर लेकर एंबुलेंस घर के बाहर रुकी तो अजीब-सी शांति छाई हुई थी।
मुहम्मदाबाद युसुफपुर में धारा 144 लागू
डॉन मुख्तार अंसारी की मौत होने के चलते उसके पैतृक गांव मुहम्मदाबाद युसुफपुर में धारा 144 लागू है। पूरे मऊ में धारा 144 लगी हुई है। संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात है। पुलिस अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और मुख्तार अंसारी के जनाजे के समय उत्पात मचाने पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी है। गाजीपुर और कब्रिस्तान के आस-पास भी कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं।
पूरा मुहम्मदाबाद युसुफपुर बंद है, जैसे लॉकडाउन के दिनों में शटडाउन था, ठीक उसी तरह का माहौल है। इसके अलावा पूरे उत्तर प्रदेश में पुलिस हाई अलर्ट पर है। डॉन का घर पुलिस छावनी में तब्दील है। DM और SP खुद मोर्चा संभाले हुए हैं। शोक मनाने घर आने वाले लोगों की चेकिंग की जा रही है। उन्हें शांतिपूर्वक घर लौटने को कहा जा रहा है। 5 से 10 मिनट से ज्यादा किसी को रुकने नहीं दिया गया। मीडिया कर्मियों को भी घर से काफी दूर रखा गया है।