7 टीम, 500 कैमरे... लापता बच्चों को कैसे ट्रैक पर पाई नोएडा पुलिस? जानें पूरी कहानी
Noida Missing Children: एक तरफ स्कूल में और दूसरी तरफ घर पर बच्चों को अच्छे नंबर लाने के लिए बोला जाता है। कई मामलों में बच्चे इसको बहुत सीरियसली ले लेते हैं। जिसकी वजह से उनके मन में कई तरह के डर बैठ जाते हैं। क्लास में अच्छे नंबर लाना, माता-पिता को खुश करने का बच्चों पर अलग ही प्रेशर होता है। इसी तरह का एक मामला नोएडा से सामने आया है जहां पर दो बच्चों को एग्जाम में अच्छे नंबर नहीं आए थे, जिसपर बात करने के लिए उनके माता-पिता को बुलाया गया। उनके डर से बच्चे स्कूल से ही भाग गए।
कम नंबर लाने पर डांट का था डर
परीक्षा में असफल होने के बाद डांटे जाने के डर से दो छात्र नोएडा के एक स्कूल से भाग गए। इस दौरान स्कूल में उनके माता-पिता को उनके खराब ग्रेड पर चर्चा करने के लिए बुलाया गया था। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मनीष कुमार मिश्रा ने बताया कि टीचर ने उन दोनों से कहा था कि वो अपनी रिपोर्ट पर अपने माता-पिता से साइन करवा लें और अगले दिन उन्हें अपने साथ ले आएं। उनको इस बात का डर था कि वो ये रिपोर्ट देखेंगे तो डांट पड़ेगी। इसी के बाद दोनों ने स्कूल से भागने का प्लान बनाया।
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बच्चों तक कैसे पहुंची पुलिस?
जब बच्चे स्कूल खत्म होने के बाद भी घर नहीं पहुंचे तो उनके पेरेंट्स ने पुलिस में शिकायत की। गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई। इसके लिए सात पुलिस टीमें गठित की गईं और स्कूल और उसके आसपास के इलाकों में 500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। स्कूल गेट और सेक्टर 25 में मोदी मॉल के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में छात्र नजर आए।
तलाशी के लिए वर्दीधारी पुलिस के साथ सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। आखिरकार बच्चों को लगभग 40 किलोमीटर दूर दिल्ली के आनंद विहार में पाया गया। इसके बाद लड़के के माता-पिता ने पुलिस टीमों को सम्मानित किया जबकि पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने दोनों बच्चों और उनके माता-पिता की काउंसलिंग की।
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