होमखेलवीडियोधर्म मनोरंजन..गैजेट्सदेश
प्रदेश | हिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारदिल्लीपंजाबझारखंडछत्तीसगढ़गुजरातउत्तर प्रदेश / उत्तराखंड
ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थExplainerFact CheckOpinionनॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

संभल में ASI की टीम ने किया कल्कि विष्णु मंदिर और कूप का सर्वे, जानें दूसरे दिन क्या-क्या मिला?

Sambhal Kalki Vishnu Mandir Survey: एएसआई की टीम ने शनिवार को दूसरे दिन उत्तर प्रदेश के संभल स्थित कल्कि विष्णु मंदिर का सर्वे किया। गृभगृह की फोटोग्राफी भी की गई। जानते हैं कि टीम को दूसरे दिन क्या-क्या मिला?
06:23 PM Dec 21, 2024 IST | Parmod chaudhary
परिसर में स्थित एक मंदिर। Photo-PTI
Advertisement

Uttar Pradesh News: भारतीय सर्वेक्षण विभाग (ASI) की टीम दूसरे दिन फिर संभल जिले के सदर कोतवाली इलाके में पहुंची। इस दौरान टीम ने मोहल्ला कोट स्थित श्री प्राचीन कल्कि विष्णु मंदिर का सर्वे किया। सबसे पहले मंदिर के कूप का सर्वेक्षण किया गया। इसके बाद टीम मंदिर के गृभगृह में पहुंची। यहां टीम ने भगवान कल्कि की प्रतिमा की वीडियोग्राफी का काम किया। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार संभल की एसडीएम वंदन मिश्रा ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि टीम ने कूप का सर्वे इसलिए किया है ताकि पता लगाया जा सके कि यह कितना पुराना है?

Advertisement

15-20 मिनट तक की जांच

टीम ने लगभग मंदिर में 15 से 20 मिनट तक जांच की है। इसके बाद अधिकारी यहां से लौट गए। सूत्रों के मुताबिक संभल में पुरातत्व विभाग की टीम 5 तीर्थों और 19 कुओं के निरीक्षण के काम में जुटी हैं। इसी प्रक्रिया के तहत संभल के कल्कि मंदिर का सर्वे किया गया है। शुक्रवार को भी टीम ने मंदिर का सर्वे किया था। लेकिन मीडिया को इस बारे में जानकारी नहीं दी गई। इसके बाद शनिवार को लगातार दूसरे दिन भी सर्वे का काम किया गया है।

यह भी पढ़ें:दिल्ली में कैब ड्राइवर की हत्या, 3 लड़कों ने चाकू घोंपकर ली जान; ये रही वजह

संभल के ऐतिहासिक और पुरातत्व स्थलों का मूल्यांकन अच्छी ढंग से किया जा सके, इसलिए एएसआई ने अपने स्तर पर इनका सर्वे करने का काम शुरू किया है। इससे पहले शुक्रवार को भी चार लोगों की टीम ने 5 तीर्थों का बारीकी से अवलोकन किया था। सूत्रों के मुताबिक एएसआई की ओर से जल्द रिपोर्ट जारी की जाएगी। इसके बाद ही पता लगेगा कि कितने ऐतिहासिक स्थलों को मरम्मत और पुनर्निर्माण की जरूरत है? कितनी धरोहरों को संरक्षित किया जा सकता है?

Advertisement

मंदिर के पुजारी महेंद्र प्रसाद शर्मा ने बताया कि यह अच्छी बात है कि सर्वेक्षण टीम सर्वे के लिए आई। यहां एक 'कृष कूप' (कुआं) मिला है। जो बंद नहीं था, लेकिन इसमें पानी नहीं मिला है। इस कुएं का उल्लेख इतिहास में भी है। संभल के सभी तीर्थ स्थलों के साथ 'स्कंद पुराण' में भी इसका जिक्र मिलता है।

चंदौसी में खुदाई का काम शुरू

वहीं, संभल के चंदौसी में प्राचीन बाबली कुएं की खुदाई का काम शुरू हो चुका है। जिला प्रशासन ने दो जेसीबी मशीनें लगाकर खुदाई का काम शुरू करवाया है। खुदाई के दौरान जमीन के नीचे प्राचीन इमारत निकलने की बात सामने आई है। सुरंग के साथ-साथ प्राचीन तहखाने होने का भी अनुमान लगाया जा रहा है।

यह भी पढ़ें:Jaipur Tanker Blast: अब तक 14 मौतें, झुलसे शवों की पहचान मुश्किल; पूर्व IAS लापता… पुलिस ऐसे लगाएगी पता

Open in App
Advertisement
Tags :
Uttar Pradesh News
Advertisement
Advertisement