क्‍या सच में भेड़िया आया? UP में आतंक मचा रहा जानवर कहीं ये छुपा रुस्‍तम तो नहीं!

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में भेड़ियों का आतंक लगातार जारी है। अब एक चौंकाने वाली बात का पता लगा है। कुछ गांवों में लोगों ने दावा किया था कि हमला भेड़िये ने किया है। उन्होंने अपनी आंखों से देखा है। लेकिन विभाग ने इसको लेकर अजीब दावा कर दिया है। इसके बारे में जानते हैं।

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Sitapur Wolf Terror: (बसंत मिश्रा, सीतापुर) यूपी के सीतापुर जिले के कसीमापुर गांव में लोगों ने दावा किया है कि रविवार रात को भेड़िये ने उनके गांव में हमला किया। एक महिला के अनुसार उसकी बकरी को भेड़िये ने मारने की कोशिश की। लेकिन पालतू कुत्ते ने भेड़िये से कई देर तक मुकाबला किया। बेटे ने लाठियों से कई प्रहार भेड़िये पर किए, इसके बाद भी वह पालतू कुत्ते से संघर्ष करता रहा। शोर मचने के बाद लोग जाग गए और उन्होंने भेड़िये को दौड़ा दिया। मौके पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों ने दावा किया है कि जो पैरों के निशान मिले हैं। वे भेड़िये के नहीं हैं। लोगों के दिमाग में भेड़िया घर कर गया है। लहरपुर के रेंजर ब्रजेश पांडे के अनुसार जो पैरों के निशान मिले हैं। वे प्राथमिक जांच में सियार के पाए गए हैं।

दावे के बाद पैदा हुई संशय की स्थिति

लोगों ने इसे भेड़िये के निशान समझ लिया है। अब विभाग के दावे के बाद संशय की स्थिति पैदा हो गई है। लोग क्या सच में सियार को भेड़िया समझ रहे हैं? कुछ नहीं कहा जा सकता। रविवार रात को बहराइच जिले में महसी तहसील में भी भेड़ियों का आतंक देखने को मिला है। लोगों का दावा है कि हमला भेड़िये ने किया। जिसके कारण ढाई साल की बच्ची की मौत हो गई। वहीं, भेड़ियों ने एक बुजुर्ग महिला के ऊपर भी अटैक किया। जिसमें वह घायल हो गई। डीएम मोनिका रानी सोमवार को मौके पर पहुंचीं और बताया कि अंजलि नाम की बच्ची को भेड़िया घर से उठाकर ले गया था। जुलाई से अब तक भेड़ियों के हमले में 8 लोगों की मौत हो चुकी है।

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बच्ची अपनी मां के साथ सो रही थी। बच्ची को भेड़िया उठाकर भाग गया। जिसके बाद बच्ची की चीख पुकार सुनकर परिजनों की नींद खुली। उन्होंने पीछा किया तो बच्ची का शव गरेठी गांव से एक किलोमीटर दूर मिला। बच्ची के दोनों हाथ भेड़िया चबा गया। वहीं, हरदी थाना क्षेत्र के बाराबिगहा के मौजा कोटिया में भी ऐसा मामला सामने आया है। यहां कमला देवी नाम की महिला घर में आराम कर रही थी। दरवाजा तोड़कर भेड़िया आया और उस पर हमला कर दिया। शोर मचाने पर लोग आए तो भेड़िया भाग गया। एसपी ने मौके का मुआयना किया है। डीएम मोनिका रानी का कहना है कि भेड़िये अब नए गांवों में हमले कर रहे हैं। जिन गांवों में घटनाएं हुई हैं, वहां सुरक्षा कड़ी की गई है। जिसके कारण भेड़िये नए गांवों का रुख कर रहे हैं।

अफसरों की अपील-अफवाह न फैलाएं

चार भेड़ियों को पकड़ा भी जा चुका है। लोगों को चेताया गया है कि दरवाजे बंद करके छतों के ऊपर सोएं। 17 जुलाई से हमले बढ़े हैं, अब तक सात बच्चों समेत 8 लोगों की जान जा चुकी है। परसेहरा शरीकपुर गांव में कथित भेड़िये की दहशत है। लोगों का दावा है कि हमला भेड़िए ने किया। जबकि अधिकारी सियार बता रहे हैं। सीतापुर के प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) नवीन खंडेलवाल ने बताया कि ये निशान बाघ, भेड़िया आदि के नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि जानवरों के बारे में अफवाहें न फैलाएं। विभाग को सही सूचना दें ताकि लोगों की मदद की जा सके।

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