Hathras Stampede: सत्संग में क्यों जुटी इतनी भीड़? कहां से मिली परमिशन, हाथरस हादसे पर उठे सवाल
Stampede During Satsang: हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में मरने वालों की संख्या 130 पार कर गई है। अभी संख्या और बढ़ने की आशंका है। कार्यक्रम को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं कि आखिर इतनी भीड़ कैसे जुटी? क्या कार्यक्रम के लिए परमिशन ली गई थी? इतनी भीड़ जुटी तो DM-SP ने आयोजन समिति संग मिलकर सुरक्षा के क्या-क्या इंतजाम किए थे? क्या किसी अधिकारी को कार्यक्रम के बारे में जानकारी थी? ये तमाम सवाल हादसे के बाद उठ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक हाथरस दुर्घटना की स्थिति की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सीधी मॉनीटरिंग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश देने के साथ ही अगले 24 घंटों में रिपोर्ट मांगी है।
वहीं, हादसे के बाद मौके पर पहुंचे डीएम और एसपी पत्रकारों से सवालों से बचते दिखे। पत्रकारों ने जब सत्संग की अनुमति, राहत बचाव कार्यों में लापरवाही, संसाधनों के अभाव पर सवाल किए तो सिर्फ इतना कहा कि जांच चल रही है...जांच होगी...जांच में निकल आएगा...ये जांच का विषय है। इसके बाद दोनों अधिकारी चले गए। भोले बाबा का असली नाम नारायण साकार हरि बताया गया है। सत्संग में ये बाबा कहते हैं कि मैं पहले IB में नौकरी करता था। हाथरस के सत्संग में हजारों महिलाएं और बच्चे भी थे।
हादसे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, संदीप सिंह घटनास्थल के लिए रवाना हो चुके हैं। इसके अलावा प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटनास्थल पर पहुंचने के लिए कहा गया है।
मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख की आर्थिक मदद
सीएम ने कहा कि ADG आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए कहा गया है। प्रभु राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें। घटनास्थल के लिए मुख्यालय से डीजीपी प्रशांत कुमार रवाना हो गए हैं। सीएम ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।
कार्यक्रम आयोजकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की जाएगी। प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। हादसे के बाद राहुल गांधी ने भी शोक जताया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है।सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं। सरकार और प्रशासन से अनुरोध है कि घायलों को हरसंभव उपचार एवं पीड़ित परिवारों को राहत उपलब्ध कराएं। INDIA के सभी कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि राहत और बचाव में अपना सहयोग प्रदान करें।