SP-BJP की साख दांव पर... मिल्कीपुर सीट पर नए मुद्दे ने किसकी बढ़ाई मुश्किल?
Milkipur Assembly By-Election: उत्तर प्रदेश के अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 5 फरवरी को वोटिंग होनी है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) और समाजवादी पार्टी (SP) के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। हाल ही में दलित युवती के साथ रेप और हत्या का मामला सामने आने के बाद चुनाव में कानून व्यवस्था का मुद्दा गर्मा गया है। विपक्षी दल बीजेपी को इस मुद्दे पर घेरने में कसर नहीं छोड़ रहे। रविवार को फैजाबाद से सपा सांसद अवधेश प्रसाद इस मुद्दे को लेकर जब प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए तो उनके आंसू निकल गए। इस मुद्दे पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सपा को ही घेर लिया। बचाव में बीजेपी लगातार सपा नेता मोईद खान और नवाब सिंह के मामले को मुद्दा बना रही है। दोनों के खिलाफ अयोध्या और कन्नौज में गंभीर आरोप हैं।
हाल ही में मुद्दा बना मामला शनिवार सुबह सामने आया था। परिजनों को गांव से 500 मीटर दूर युवती का शव मिला था। हड्डियां टूटी थीं और आंखें निकाली गई थीं। गैंगरेप की आशंका जताई गई थी। पुलिस ने पहले युवती की गुमशुदगी का केस दर्ज किया था। पुलिस के अनुसार एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने भरोसा दिया था कि जल्द मामले का खुलासा किया जाएगा।
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इस मामले में अब सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मामले में सरकार को घेरा था। राहुल ने कहा था कि दलित बेटी के साथ हुई अमानवीयता शर्मनाक है। 3 दिन में अगर प्रशासन ने ध्यान दिया होता तो शायद उसकी जान बच सकती थी। पता नहीं ऐसे कितने ही परिवार होंगे, जिनको इस तरह रोना-तड़पना पड़ता है? प्रियंका गांधी ने भी सरकार पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि युवती के साथ जिस तरह की बर्बरता हुई, उसे सुनकर किसी भी इंसान की रूह कांप जाए। तीन दिन से गायब युवती के मामले में पुलिस ने कुछ नहीं किया। भाजपा के राज में आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों की सुनने वाला कोई नहीं है। सरकार दोषियों के साथ जिम्मेदार अधिकारियों पर भी कार्रवाई करे।
चुनाव से बाहर है बसपा
बसपा चुनाव नहीं लड़ रही है, लेकिन इस मुद्दे पर सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बसपा चीफ मायावती ने कहा कि यह बेहद दुखद मामला है। सरकार सख्त कदम उठाए, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हो। बीजेपी ने अपना बचाव करते हुए सपा पर ही निशाना साधा था। बीजेपी ने कहा था कि ऐसा न हो कि आरोपी कहीं सपा का निकल जाए। अवधेश प्रसाद कहीं इस वजह से तो नहीं रो रहे।
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समाजवादी पार्टी ने मिल्कीपुर सीट पर अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को अपना उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने भी सपा का साथ देने का ऐलान किया है। बीजेपी ने चंद्रभान पासवान पर दांव खेला है। मुख्य मुकाबला भाजपा और सपा के बीच दिख रहा है। सपा के बागी व आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के उम्मीदवार सूरज चौधरी व कांग्रेस के बागी भोलानाथ भारती भी मैदान में उतरे हुए हैं।
निर्णायक भूमिका में दलित वोटर
मिल्कीपुर में दलित, ब्राह्मण वोटर निर्णायक भूमिका में हैं, जो दल इन दोनों को साधने में सफल रहेगा, उसके सिर पर ही जीत का सेहरा सजेगा। ऐसे में दलित युवती का मुद्दा लगातार विपक्ष उठा रहा है। देखने वाली बात होगी कि ये मुद्दा कितना कारगर रहेगा। मिल्कीपुर सीट पर लगभग 3.5 लाख वोटर हैं। इनमें 1.2 लाख दलित, 55000 यादव और 30000 मुस्लिम वोटर्स हैं। इसके अलावा यहां 55 हजार पासी, 60 हजार ब्राह्मण, 25 हजार दलित, 25 हजार ठाकुर, 50 हजार कोरी, चौरसिया, पाल और मौर्य समाज के वोटर हैं।