होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

अखिलेश यादव ने खत्म किया केशव प्रसाद मौर्य का ऑफर? बोले- स्टूल किट नेता किट किट कर रहे हैं...

Akhilesh Yadav on Keshav Prasad Maurya: सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को मानसून ऑफर दिया था। मगर अब उन्होंने ऑफर खत्म करने की चेतावनी भी दे दी है। इसकी वजह जातीय जनगणना है।
01:41 PM Aug 05, 2024 IST | Sakshi Pandey
Advertisement

Akhilesh Yadav on Keshav Prasad Maurya: उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारों में पिछले काफी समय से सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बीच अनबन की खबरें सामने आ रही हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौके का पूरा फायदा उठा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अखिलेश ने केशव प्रसाद मौर्य को सपा में शामिल होने का ऑफर दिया है। उन्होंने बिना नाम लिए बीजेपी मंत्री के समक्ष मानसून और विंटर ऑफर रखा है।

Advertisement

अखिलेश का बयान

हालांकि अब अखिलेश अपना ऑफर वापस ले रहे हैं। इसका खुलासा खुद उन्होंने अपने हालिया बयान में किया है। अखिलेश ने केशव प्रसाद मौर्य पर तंज कसते हुए उन्हें स्टूल किट नेता करार दिया है। अखिलेश का कहना है कि बीजेपी के एक स्टूल किट नेता है, वो बहुत किट किट किट किट कर रहे हैं। मुझे लगता है कि उनका ऑफर मुझे खत्म करना पड़ेगा। सुनने में आ रहा है ये स्कूल किट मंत्री उधार पर बैठे हुए हैं। उन्हें हुकुम मिलता है। इसलिए कभी इधर कभी उधर लगा रहता है। कम से कम इन्हें जातीय जनगणना पर बात करनी चाहिए और जो आरक्षण खत्म होने की बात हो रही है उस पर बात करनी चाहिए।

क्या है सच?

गौरतलब है कि केशव प्रसाद मौर्य पिछले कई दिन से दिल्ली और लखनऊ के बीच चक्कर लगा रहे हैं। खबरों की मानें तो 2024 लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद यूपी बीजेपी में कुछ ठीक नहीं है। केशव प्रसाद मौर्य बगावती तेवर दिखा रहे हैं। वो सीएम योगी की बैठकों में भी नजर नहीं आते हैं। हालांकि कुछ राजनीतिक जानकारों ने इन अफवाहों को गलत करार दिया है। उनका मानना है कि केशव प्रसाद मौर्य को बीजेपी में कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। 2027 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी उन्हें प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर सकती है।

यह भी पढ़ें- अयोध्या रेप केस पर सपा सांसद बोले-आरोपी को फांसी दो, सरकार के सामने रखी 2 बड़ी मांग

Advertisement

Open in App
Advertisement
Tags :
Akhilesh YadavKeshav Prasad MauryaUttar Pradesh News
Advertisement
Advertisement