प्रशांत किशोर के ऐलान से बिहार में मची हलचल, क्यों बढ़ी BJP-RJD की टेंशन?
Bihar Prashant Kishore Party: बिहार में जल्द ही चुनावी रणभेरी बजने वाली है। लोकसभा चुनाव के बाद अगले साल 2025 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसे लेकर बिहार में अभी से सियासी संग्राम शुरू हो गया है। इंडिया गठबंधन वर्सेज एनडीए गुट के बाद बिहार में एक तीसरी पार्टी की एंट्री हो चुकी है। मशहूर राजनीति रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने जन सुराज पार्टी की नींव रख दी है। वहीं अब प्रशांत किशोर ने पार्टी से जुड़े दो बड़े ऐलान किए हैं।
प्रशांत किशोर के दो ऐलान
प्रशांत किशोर ने एक्स प्लेटफॉर्म पर ट्वीट शेयर करते हुए लिखा कि हमने बिहार के हजारों गांवों और छोटे शहरों में 2 साल से अधिक की पदयात्रा की। इसके बाद हमने बेहतर विकल्प देने के लिए औपचारिक रूप से पार्टी का गठन किया। जैसा कि वादा किया गया था, मैं पार्टी में कोई पद नहीं मांगने वाला हूं। साथ ही अगले कई महीनों तक जमीनी स्तर पर अपनी पहुंच बनाए रखूंगा।
3,500 किलोमीटर की पैदल यात्रा
बता दें कि प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर 2022 को बिहार में पैदल जन सुराज यात्रा शुरू की थी। 3,500 किलोमीटर की ये यात्रा खत्म होने के बाद उन्होंने जन सुराज पार्टी की घोषणा कर दी। आगामी 2 अक्टूबर को ही प्रशांत किशोर औपचारिक रूप से पार्टी का ऐलान करेंगे। रविवार को 8 पदाधिकारियों के साथ उन्होंने पार्टी का पहला सम्मेलन किया।
कौन-कौन हुआ पार्टी में शामिल?
बिहार की कई दिग्गज हस्तियां प्रशांत किशोर की पार्टी का हिस्सा बन चुकी हैं। इस लिस्ट में कर्पूरी ठाकुर की पोती जागृति ठाकुर, आरजेडी के पूर्व विधायक रामबली सिंह चंद्रवंशी और IPS अधिकारी आनंद मिश्रा जैसे कई लोगों के नाम शामिल है।
विपक्ष का वार
हालांकि प्रशांत किशोर की इस पार्टी को लेकर बिहार में तकरार छिड़ गई है। विपक्ष का आरोप है कि प्रशांत किशोर रणनीतिकार से व्यापारी बन चुके हैं और वो बीजेपी के कहने पर ये सब कर रहे हैं। अधिक जानकारी के लिए देखें ये वीडियो...
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