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रोजगार और प्रति व्यक्ति आय पर ये क्या बोल गए अर्थशास्त्री आर. रवि कुमार, देखें Video

Employment and per capita Income: बेरोजगारी और रोजगार को लेकर देश में बहस छिड़ी है। नरेंद्र मोदी तीसरी बार पीएम बन चुके हैं। सर्वेक्षण में दावा किया गया है कि अलग-अलग राज्यों में बड़े स्तर पर लोगों को रोजगार मिला है। ऐसे में प्रति व्यक्ति आय और बेरोजगारी को लेकर अर्थशास्त्री क्या कहते हैं आइये जानते हैं इस वीडियो के जरिए
09:40 AM Jul 13, 2024 IST | Rakesh Choudhary
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Employment and per capita Income: बेरोजगारी को लेकर एनएसओ की एक रिपोर्ट सामने आई है। जिसके अनुसार देश में 15 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों की बेरोजगारी दर घटकर 3.1 प्रतिशत रह गई। जो पिछले 3 साल में सबसे निचले स्तर पर है। इस बीच गुजरात केे अंकलेश्वर का एक वीडियो सामने आया है। इसमें एक प्राइवेट कंपनी के बाहर 1800 लोग रोजगार के लिए लाइन में लगे है। इस दौरान धक्कामुक्की होती है और ऑफिस के बाहर लगी रेलिंग टूट जाती है, जिसमें कई युवा नीचे गिर जाते हैं। ऐसे में सवाल यह है कि जब इतने लोगों को रोजगार मिला है लेकिन प्रति व्यक्ति आय अभी भी कम है। इस पर अर्थशास्त्री रवि आर कुमार ने कहा कि हमारे देश के लोगों के पास रोजगार की कमी नहीं है। देश में बहुत बड़े स्तर पर टैलेंट की कमी है। एक रिपोर्ट के अनुसार बिहार में लोग सिर्फ इसलिए नौकरी करना चाहते हैं क्योंकि उनको शादी में दहेज देना होता है।

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अर्थशास्त्री रवि आर कुमार के अनुसार दुनिया के अन्य देशों की तुलना में भारत में जनसंख्या ज्यादा है। हम जनसंख्या के आधार पर दुनिया दूसरे स्थान पर आते हैं। ऐसे में इतने बड़े स्तर पर किसी भी देश की सरकार लोगों को रोजगार नहीं दे सकती। आइये जानते हैं रवि कुमार ने बेरोजगारी को लेकर क्या कुछ कहा?

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Tags :
nsso reportPer Capita IncomeUnemployement in India
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