जब दो साल के वरुण गांधी को गोद में लेकर..कैसे आई थी गांधी परिवार में दरार?
Varun Gandhi: बीजेपी ने इस बार अपने फायर ब्रांड नेता वरुण गांधी का पीलीभीत लोकसभा सीट से टिकट काट दिया है। उनकी जगह यूपी कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद को अपना प्रत्याशी चुना है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि पिछले कुछ समय में वरुण गांधी के मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ दिए बयानों से पार्टी आलाकमान उनसे नाखुश था। टिकट कटने के बाद वरुण की कांग्रेस में जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि अभी तक की खबरों के अनुसार वरुण ने इस बार चुनाव नहीं लड़ने और सुल्तानपुर से अपनी मां मेनका गांधी के लिए प्रचार करने का निर्णय लिया है।
रिश्तों में आई दरार
बता दें साल 1974 में संजय गांधी की मेनका गांधी से शादी हुई थी। इमरजेंसी हटने के बाद 1977 में जब इंदिरा गांधी सत्ता से बाहर हुई तो मेनका उनकी स्पीच लिखती थीं। मेनका एक बार संजय से किसी बात से इतनी नाराज हुईं कि उन्होंने अपनी शादी की अंगूठी हाथ से निकाल कर संजय पर फेंक दी। इससे इंदिरा गांधी काफी खफा हुईं थीं। 1977 के आम चुनाव में हार के बाद इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री आवास खाली करना पड़ा था।