'NDA रचेगी इतिहास, 400 का लक्ष्य आसानी से होगा पार...', खास बातचीत में बोले नितिन गडकरी
Nitin Gadkari Interview: देश में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। एनडीए के नेतृत्व वाली बीजेपी ने महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। महाराष्ट्र की नागपुर सीट से सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को चुनावी मैदान में उतारा गया है। इस चुनाव के लिए नितिन गडकरी की क्या तैयारी है, क्या एनडीए 400 पार सीटों का लक्ष्य हासिल कर पाएगी? News 24 की एडिटर इन चीफ अनुराधा प्रसाद से खास बातचीत में नितिन गडकरी ने कुछ ऐसे ही सवालों के जवाब दिए।
400 पार का लक्ष्य आसानी से होगा पार
नितिन गडकरी ने कहा कि इस बार मैं रिकॉर्डब्रेक मार्जिन से जीतने वाला हूं। मैंने सांसद होने के नाते 10 साल तक लोगों के लिए काफी काम किया है। इसलिए मुझे पूरा विश्वास है कि रिकॉर्ड मार्जिन से जीतेंगे।
गडकरी ने आगे कहा- अभी विपक्ष की ओर से कोई उम्मीदवार तय नहीं हो पा रहा है। जिन्हें पूछा जाता है वो मना कर देते हैं। नितिन गडकरी ने आगे कहा- एनडीए भी इस बार इतिहास रचेगी। हमारा 400 पार का लक्ष्य आसानी से पार होगा। हम बेहद पावरफुल हैं। महाराष्ट्र में 45 सीटें जीतने की पूरी संभावना है।
नितिन गडकरी ने भविष्य की योजनाओं पर कहा- हम डबल डेकर कार, इलेक्ट्रिक हाइवेज जैसी योजनाओं पर काम कर रहे हैं। टेक्नोलॉजी का उपयोग कर हम रोड का ट्रैफिक कम करेंगे।
क्या चुनाव जीतने के बाद फिर से वही मिनिस्ट्री मिलेगी?
इस सवाल के जवाब में नितिन गडकरी ने कहा- ये प्रधानमंत्री का निर्णय होगा। मुझे जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, उसका पूरी निष्ठा से निर्वहन करूंगा। ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों के गलत इस्तेमाल पर नितिन गडकरी ने कहा- हम ईडी का मिसयूज नहीं करते। किसी पूर्वाग्रह के चलते किसी पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती। जांच एजेंसियां अपना काम करती हैं। उन्हें कुछ गलत लगता है तो एक्शन लिया जाता है। इस तरह के आरोप ठीक नहीं हैं।
संविधान बदलने का सवाल नहीं
नितिन गडकरी ने कहा- संविधान बदलने का कोई सवाल नहीं है। कांग्रेस ने संविधान को 80 बार बदलने की कोशिश की। हमारा इस तरह का कोई एजेंडा नहीं है। संविधान को न तो बदला जा सकता है और न ही इससे छेड़छाड़ की जा सकती है। गडकरी ने कहा- केवल सत्ता के लिए राजनीति नहीं होनी चाहिए। जब हम लोगों के हित के लिए काम करते हैं तो जनता हमें अच्छे कामों के लिए याद रखती है। राजनेताओं का उद्देश्य यही होना चाहिए।