7 साल की उम्र में हुआ माता-पिता का तलाक, फिर झेली गरीबी की मार, रुला देगी Smriti Irani के संघर्ष की दास्तां
Smriti Irani: भारतीय जनता पार्टी की कद्दावर नेता स्मृति ईरानी को देश की सबसे मजबूत महिलाओं में गिना जाता है। केंद्रीय मंत्री के पद पर मौजूद स्मृति आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि एक समय ऐसा भी था जब स्मृति (Smriti Irani) को मुंबई जैसे शहर में गुजारा करने के लिए झाड़ू-पोछा और बर्तन तक साफ करने पड़े थे।
देश में जहां लोकसभा चुनावों का शंखनाद हो चुका है। तो दूसरी तरफ स्मृति ईरानी ने एक बार फिर अपने संघर्ष की दास्तां सुनाकर सभी को रुला दिया है। उन्होंने 7 साल की उम्र में माता-पिता के तलाक का दर्द झेला। झाड़ू-पोछा करके गुजारा किया, जिसके लिए उन्हें 1500 रुपए पगार मिलती थी। मुंबई की गलियों में ऑडिशन देते हुए धक्के खाए और फिर छोटे पर्दे के मशहूर शो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' के लिए ऑडिशन दिया। मगर एकता कपूर ने स्मृति को रिजेक्ट कर दिया। स्मृति ईरानी के अनुसार, एकता कपूर ने एक ज्योतिषी के कहने पर स्मृति को शो में लीड रोल दिया था, जिसके बाद स्मृति की किस्मत ने पलटी मारी और वो तुलसी विरानी के रूप में हर घर में पॉपुलर हो गईं।