लंदन में दो महिलाओं समेत भारत मूल के 16 लोगों को सजा, इस संगीन जुर्म में गए जेल
16 Indian origin punished in London for serious crime: इग्लैंड की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (NCA) ने मानव तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले का बड़ा भंडाफोड़ किया है। यहां कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इस मामले में 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं और ये सभी भारत से जुड़े हुए हैं। बता दें कि यहां कि जांच एजेंसी इन लोगों को पकड़ने के लिए कई सालों से रेकी कर रही थी। इन सभी दोषियों को सजा सुनाई गई है। दरअसल, एनसीए को जांच में पता चला था कि इन्होंने 2017 से लेकर 2019 के दौरान दुबई और यूएई की कई यात्राएं करके 720 करोड़ रुपये की तस्करी की थी।
जांच में सामने आया कि ये सभी आरोपी किसी न किसी तरह से भारतीय हैं। इनमें से कइयों ने कुछ टाइम पहले भारत छोड़ा था और किसी ने छोटे देशों में जाकर शरण ले ली।
इस तरह से हुआ भंडाफोड़
एनसीए के अधिकारियों ने बताया कि इन दोषियों ने ये पैसा ड्रग्स व प्रतिबंधित दवाओं को बेचकर और संगठित आव्रजन अपराध के जरिए हासिल किए थे। एजेंसी को इन लोगों के बारे में यूके के एक कूरियर के जरिए पता चला था। जिसके पास से डेढ़ मिलियन पाउंड जब्त किए गए थे।
एजेंसी ने बताया कि ये आरोपी मानव तस्करी जैसे जघन्य अपराधों को अंजाम देते थे। इस बारे में 2019 में टायर ले जा रही एक वैन के पीछे पांच बच्चों और एक गर्भवती महिला सहित 17 प्रवासियों को ब्रिटेन में तस्करी करने का खुलासा हुआ था।
12 साल की जेल की सजा
क्रॉयडन क्राउन कोर्ट में इन आरोपियों के खिलाफ चली तीन दिन की सुनवाई शुक्रवार को समाप्त हुई। इसमें चरण सिंह को साढ़े 12 साल की जेल की सजा सुनाई गई। साथ ही उसके राइट हैंड वलजीत सिंह को 11 साल और उसके सबसे भरोसेमंद स्वंदर सिंह ढल्ल को मनी लॉन्ड्रिंग के लिए 10 साल समेत लोगों की तस्करी के आरोप में अतिरिक्त पांच की साल की सजा सुनाई गई। बता दें कि इनके अलावा ग्रुप के बाकी सदस्यों को भी नौ साल से 11 महीने के बीच की सजा दी गई। एजेंसी आरोपियों से उनके अन्य सदस्यों के बारे में पूछताछ कर रही है।
90 से ज्यादा आरोपों के तहत की गई कार्रवाई
एनसीए के एक वरिष्ठ जांच अधिकारी ने बताया कि चरण सिंह के जरिए लाखों पाउंड मनी लॉन्ड्रिंग करके ब्रिटेन से बाहर ले जाए गए। इस मामले में दो साल तक जांच करने के बाद मनी लॉन्ड्रिंग और संगठित आव्रजन अपराध में उनकी संलिप्ततता का सबूत देने के लिए हम सक्षम हो सके। बता दें कि आरोपियों के खिलाफ 90 से ज्यादा आरोपों के तहत कार्रवाई की गई है।