15 सेकंड में 22 मंजिला बिल्डिंग राख, जानें क्यों बम से उड़ाया गया Hertz Tower?

Building Demolished by Bomb: अमेरिका के एक शहर में बेहद खूबसूरत बिल्डिंग को बम से उड़ाकर राख का ढेर बना दिया गया। इसका घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसे देखकर आपके जेहन में भी सवाल उठेगा कि आखिरी ऐसा क्यों किया गया?

featuredImage
America Louisiana Hertz Tower Demolished

Advertisement

Advertisement

22 Storey Hertz Tower Demolished By Bomb: नदी किनारे खड़ी खूबसूरत 22 मंजिला बिल्डिंग 15 सेकंड में राख का ढेर बन गई। बिल्डिंग को बम से उड़ाया गया, लेकिन अपने शहर की एक खूबसूरत चीज को इस तरह जमींदोज होते देख लोगों की आंखों में आंसू आ गए। बिल्डिंग के ध्वस्त होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

जी हां, अमेरिका केा लूइसियाना स्टेट के लेक चार्ल्स शहर में कैलकैसियू नदी के किनारे खड़ा Hertz टॉवर आज एक मलबा बन गया। 40 साल से यह बिल्डिंग लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी और शहर की आइकॉनिक बिल्डिंग थी, लेकिन पिछले 4 साल से यह बिल्डिंग 'भूतिया' जगह से कम नहीं थी, क्योंकि इसे बंद कर दिया गया था। इसके अंदर एंट्री भी बैन थी, इंसान तो दूर परिंदा तक इस बिल्डिंग में नजर नहीं आता था। वहीं आज इस बिल्डिंग का नाम ही मिटा गया है।

 

ध्वस्त और हादसा होने के डर से की गई बंद

HT की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2020 में आए भीषण चक्रवाती तूफान लॉरा और डेल्टा ने इस बिल्डिंग को काफी नुकसान पहुंचाया था। इसे लोग कैपिटल वन टॉवर भी कहते है, लेकिन तूफान ने इस बिल्डिंग में दाग लगा दिया। दरअसल, तूफान की वजह से लेक चार्ल्स में रहने वाले 25 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। यह इलाका नदी के किनारे बसा है।

इस शहर में करीब 80 हजार लोग रहते हैं और यह ह्यूस्टन शहर से सिर्फ 2 घंटे की दूरी पर है, लेकिन शहरी प्रशासन को इस बिल्डिंग के अचानक ढहने और बड़ा हादसा होने का डर था। इसलिए इस बिल्डिंग को बंद करने का फैसला लिया गया, लेकिन बिल्डिंग के मालिक ने शहरी प्रशासन के फैसले पर आपत्ति जताई। मामला कानूनी पचड़े में फंसा और बिल्डिंग के मालिक ने कोर्ट का रुख किया।

यह भी पढ़ें:‘डंकी रूट’ से आना गलत नहीं…भारतीयों की अमेरिका में अवैध एंट्री देख Elon Musk ने लिखा ट्वीट

बिल्डिंग को लेकर कई साल कोर्ट में केस चला

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए बिल्डिंग के मालिक और लॉस एंजिल्स में मशहूर रियल एस्टेट फर्म हर्ट्ज इन्वेस्टमेंट ग्रुप ने 167 मिलियन डॉलर की मांग की, क्योंकि इस बिल्डिंग के रखरखाव पर मालिक का इतना पैसा खर्च हुआ था। कई साल चली कानूनी लड़ाई के बाद दोनों पक्षों में समझौता हुआ। बिल्डिंग के मालिक को मुआवजा दिया गया और शहरी प्रशासन ने बिल्डिंग को बम से उड़ाकर जमींदोज कर दिया।

यह भी पढ़ें:रूस-यूक्रेन युद्ध रुकवा पाएगा भारत? PM मोदी ने James Bond को सौंपी जिम्मेदारी, जानें क्या है प्लान?

Open in App
Tags :