सजा से बचने के लिए रची अपनी ही मौत की कहानी, कोविड ने खोल दी पोल
America News: जुर्म करके भाग जाना बहुत आम बात है। कई लोग नई जगह पर नाम बदलकर रहने लगते हैं। जिंदगी निकल जाती है, लेकिन पुलिस उनको खोज नहीं पाती है। कुछ लोग इससे ज्यादा बड़ा सोचते हैं। वे सजा से बचने के लिए अपनी ही मौत की झूठी कहानी बना लेते हैं, ताकि पुलिस उनको खोजना ही खत्म कर दे। ऐसा ही एक मामला अमेरिका में सामने आया है, जहां पर निकोलस रॉसी नामक शख्स पर साल 2008 में 2 बलात्कार करने का मुकदमा चल रहा है। इन आरोपों से बचने के लिए उसने अपनी मौत की कहानी रची।
क्या था निकोलस रॉसी का केस?
निकोलस रॉसी, जिसे निकोलस अलहवेर्डियन और उनके कथित उपनाम ऑर्थर नाइट के नाम से भी जाना जाता है। उनको अब 2008 के 2 बलात्कार के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें से एक की सुनवाई यूटा अदालत में इस सप्ताह शुरू हुई।रॉसी पर आरोप है कि उसने 2008 में साल्ट लेक काउंटी में अपनी 26 साल की पूर्व प्रेमिका के साथ बलात्कार किया था। उस पर उसी साल ओहियो में 21 साल की एक अन्य महिला के साथ बलात्कार करने का भी आरोप लगा।
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कैसे हो गए गायब?
बलात्कार के आरोपों से बचने के लिए एक साल पहले अपनी मौत की झूठी कहानी रचने वाले रॉसी 2021 में सुर्खियों में आए। पकड़े जाने के बाद से रॉसी ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी गलत पहचान का मामला है। यूटा में कथित हमलों के बाद जानकारी दी गई कि रॉसी रोड आइलैंड चला गया। इसके बाद 2020 में रिपोर्ट सामने आईं कि उनकी मौत हो चुकी है। हालांकि अधिकारियों ने उनकी मौत पर सवाल उठाए, क्योंकि कोई मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं मिल सका था।
कोविड काल में हुई पहचान
कहा जाता है कि आर्थर ब्राउन बनकर रॉसी ने 2019 में ब्रिस्टल में मिरांडा नाइट से मिले, 2020 की शुरुआत में उससे शादी कर ली। कुछ समय बाद वे ग्लासगो चले गए, लेकिन 2021 में रॉसी कोविड से इतने बीमार हो गए कि उन्हें शहर के क्वीन एलिजाबेथ यूनिवर्सिटी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इस दौरान ऑर्थर नाइट के कुछ टेस्ट हुए जिसके रिजल्ट रॉसी से मेल खाते पाए गए। यहीं से शक की सूई रॉसी के ऊपर आ गई।
इसके बाद जनवरी में अमेरिका में अपनी पहली अदालत में पेशी के दौरान उन्होंने भ्रम की स्थिति पैदा कर दी। पूरी सुनवाई के दौरान वह ब्रिटिश लहजे में बोलते रहे। इस दौरान उन्होंने ऑक्सीजन मास्क पहना था, जिससे यह समझना मुश्किल हो गया कि वह क्या कह रहे हैं।