'दूसरी बार मिली आजादी', देश की कमान संभालने वापस लौटा नोबेल विजेता; बांग्लादेश में अब कैसे हालात?
Bangladesh Political Crisis : नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस गुरुवार को बांग्लादेश लौट गए। सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था के खिलाफ शुरू हुए छात्रों के आंदोलन में शेख हसीना का 15 साल से चल रहा शासन खत्म होने के बाद अब मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश की नई अंतरिम सरकार की कमान संभालेंगे। मोहम्मद यूनुस दोपहर करीब 2 बजे पेरिस से ढाका पहुंचे थे। आज शाम ही वह देश के नए लीडर के तौर पर शपथ भी ले सकते हैं।
ढाका पहुंचने के बाद मोहम्मद यूनुस ने शेख हसीना की सरकार को गिराने वाले विरोध प्रदर्शनों में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि इन लोगों का बलिदान बांग्लादेश के लिए दूसरी आजादी लेकर आया है। यूनुस ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज हमारे लिए बहुत गर्व का दिन है। बांग्लादेश ने नया विजय दिवस बनाया है। बांग्लादेश दूसरी बार स्वतंत्र हुआ है। यूनुस ने शांति और कानून व्यवस्था को फिर से प्रभाव में लाने की अपील की।
कानून व्यवस्था सुधारने की अपील
मोहम्मद यूनुस ने कहा कि कानून और व्यवस्था हमारा पहला टास्क है। हम जब तक देश में कानून-व्यवस्था की स्थिति को ठीक नहीं कर लेते, तब तक आगे नहीं बढ़ सकते। उन्होंने कहा कि मेरी लोगों से यह अपील है कि अगर आपको मुझमें भरोसा है तो इस बात को सुनिश्चित करिए कि पूरे देश में कहीं भी, किसी के भी खिलाफ, कोई हमला न हो। बता दें कि बांग्लादेश में कई हफ्तों से चल रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों में अब तक कम से कम 455 लोगों की मौत हो चुकी है।
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बांग्लादेश में अब कैसी हैं हालात?
लंबे समय तक हिंसा का सामना करने वाले बांग्लादेश में अब स्थिति धीरे-धीरे ही सही लेकिन सामान्य होती दिख रही है। शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद भी यहां हालात गंभीर बने हुए थे। तोड़-फोड़ और लूटपाट की घटनाएं हो रही थीं। लेकिन, अब नई सरकार के गठन के ऐलान और मोहम्मद यूनुस की वापसी के साथ हालात सुधरने के संकेत मिल रहे हैं। मोहम्मद यूनुस और सेना के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर से भी शांति की अपील की गई है।
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