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पूर्वी पाकिस्तान में जन्म, ढाका में पढ़ाई, कौन हैं ओबैदुल हसन? जिन्हें चीफ जस्टिस पद से देना पड़ा इस्तीफा

Bangladesh Political Crisis : बांग्लादेश में तख्तापटल के बाद प्रदर्शनकारियों ने सुप्रीम कोर्ट का घेराव किया। उन्होंने चीफ जस्टिस ओबैदुल हसन के इस्तीफे की मांग की। इस पर उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। आइए जानते हैं कि कौन हैं ओबैदुल हसन?
03:51 PM Aug 10, 2024 IST | Deepak Pandey
बांग्लादेश के चीफ जस्टिस ओबैदुल हसन ने दिया इस्तीफा।
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Bangladesh Political Crisis : बांग्लादेश में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रहा है। शेख हसीना सरकार के तख्तापटल के बाद अब बांग्लादेश के चीफ जस्टिस ओबैदुल हसन को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। उग्र प्रदर्शनकारियों ने सुप्रीम कोर्ट का घेराव किया और उन्हें एक घंटे के अंदर पद छोड़ने की धमकी दी थी। ओबैदुल हसन को शेख हसीना का करीबी माना जाता है। उन्होंने अंतरिम सरकार से बिना परामर्श किए जजों की मीटिंग बुलाई थी, जिसका लोगों ने विरोध किया था। आइए जानते हैं कि कौन हैं ओबैदुल हसन?

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पूर्वी पाकिस्तान में हुआ था जन्म

ओबैदुल हसन जन्म 11 जनवरी 1959 को पूर्वी पाकिस्तान में हुआ था। वे बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट के 24वें चीफ जस्टिस थे। उन्हें 12 सितंबर 2023 को चीफ जस्टिस के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने बांग्लादेश चुनाव आयोग के गठन के लिए जांच समिति, 2022 में अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया था। छात्रों के विरोध के बाद उन्होंने चीफ जस्टिस पद से हटने का फैसला किया।

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ढाका में पढ़ाई

ओबैदुल हसन के पिता अखलाकुल अहमद पूर्वी पाकिस्तान प्रांत की विधानसभा के सदस्य थे। ओबैदुल हसन ने ढाका विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। उन्होंने इसी यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई की। उन्होंने 1986 में जिला न्यायालय और 1988 में हाई कोर्ट में वकालत की। इसके बाद उन्होंने 2005 में बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट में वकील के रूप में कार्य किया। वे 2009 में बांग्लादेश हाई कोर्ट के एडिशनल जस्टिस बने और 2011 में जस्टिस बन गए।

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शेख हसीना को भी पीएम पद से देना पड़ा था इस्तीफा

आपको बता दें कि इससे पहले छात्रों ने आरक्षण को लेकर शेख हसीना सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने खूब उत्पात मचाया था। इस हिंसक झड़प में कई लोगों की जान चली गई थी। इस पर शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा और फिर वह देश छोड़कर भारत चली आईं। इसके बाद बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हुआ।

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Tags :
Bangladesh Political CrisisBangladesh Violence
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