सीज फायर तोड़ने के बाद पाकिस्तानी टीम को नहीं मिला वीजा; सुरजीत हॉकी टूर्नामेंट के रोमांच पर पड़ा तनाव का असर
नई दिल्ली/जालंधर: पंजाब के जालंधर में होने वाले वार्षिक सुरजीत हॉकी टूर्नामेंट में इस बार पाकिस्तान नहीं खेलेगा। लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) पर पाकिस्तान की तरफ से सीज फायर का उल्लंघन किए जाने के बाद चल रहे तनाव के बीच भारत के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान की टीमों को वीजा देने से इनकार कर दिया है। हालांकि इस खबर के बाद सुरजीत हॉकी टूर्नामेंट के रोमांच पर खासा असर पड़ेगा और इसी के चलते हॉकी प्रेमियों में काफी निराशा देखी जा रही है। हॉकी प्रमोटर्स भी सवाल उठा रहे हैं कि क्रिकेट खिलाड़ियों को तो वीजा दिया जाता है, लेकिन हॉकी खिलाड़ियों को वीजा क्यों नहीं दिया जाता?
25 अक्टूबर से 3 नवंबर तक आयोजित होने वाले सुरजीत हॉकी टूर्नामेंट में बुलाई गई पाकिस्तान की महिला-पुरुष दोनों टीमों के लिए रहने की और ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था कर चुकी है सोसायटी
बता दें कि पंजाब को हॉकी खिलाड़ियों की नर्सरी कहा जाता है। यहां के जालंधर में हर साल आयोजित होने वाले सुरजीत हॉकी टूर्नामेंट का रोमांच देखते ही बनता है और सबसे ज्यादा रोमांचकारी तो यह टूर्नामेंट तब हो जाता है, जब हमारी टीमों को पाकिस्तान की हॉकी टीम मुकाबला दे रही होती हैं। पाकिस्तान की पुरुष और महिला टीमें साल 2011, 2012, 2013, 2014 में हिस्सा ले चुकी हैं। इस बार जबकि एक बार फिर 25 अक्टूबर से 3 नवंबर तक आयोजित होने वाले सुरजीत हॉकी टूर्नामेंट की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं तो इस बीच हॉकी प्रेमियों के मन की दोहरी दशा हो चुकी है। एक तो टूर्नामेंंट को लेकर रोमांच और दूसरा इसमें इस बार पाकिस्तान की उपस्थिति की कमी हॉकी प्रेमियों को खल रही है।
जहां तक इसकी वजह की बात है, ध्यान देना होगा कि तीन दिन पहले ही जम्मू के अरनिया सेक्टर में पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की सेना ने नियंत्रण रेखा (Line Of Control) पर सीज फायर का उल्लंघन किया है। फरवरी 2021 में दोनों देशों की सेनाओं के बीच हुए संघर्ष विराम समझौते के बाद इस तरह की यह पहली बड़ी घटना है और इसमें सीमा सुरक्षा बल (BSF) के दो जवान घायल हो गए। बताया जा रहा है कि बॉर्डर पर एक खंभे पर काम कर रहे सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों में से खंभे पर ऊपर चढ़े एक जवान को गोली लग गई। जवाब में नीचे खड़े जवान ने भी फायरिंग की, लेकिन वह भी पाकिस्तानी फायरिंग से बच नही सका। 44 वर्षीय कैप्टन आलोक साहा और 35 वर्षीय कैप्टन सुरजीत विश्वास दोनों घायल जवान पश्चिमी बंगाल के रहने वाले हैं। इस घटना के बाद दोनों देशों में तनाव का माहौल है और भारत सरकार ने सुरजीत हॉकी टूर्नामेंट में आ रही पाकिस्तान की टीमों को वीजा देने से इनकार कर दिया।
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अब इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान की दो टीमों के अलावा कुल 18 अन्य टीमें ही खेलेंगी। इनमें पंजाब टूर्नामेंट में पुलिस, पीएनबी दिल्ली, पंजाब एंड सिंध बैंक, रेलवे, इंडियन ऑयल, आरसीएफ कपूरथला, आर्मी इलेवन, ईएमई जालंधर, आईटीबीपी जालंधर, एफसीआई दिल्ली, सीआरपीएफ दिल्ली, भारतीय वायु सेना, सीएजी दिल्ली, सीआईएसएफ दिल्ली, भारतीय नौसेना मुंबई, ओएनजीसी दिल्ली, एयर इंडिया मुंबई और बीएसएफ जालंधर की टीमें भाग ले रही हैं।
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खेल पर नहीं पड़ना चाहिए कोई असर
उधर, इस बारे में सुरजीत हॉकी सोसायटी के सीईओ इकबाल संधु ने कहा कि पाकिस्तान की टीमों ने सुरजीत हॉकी में खेलने की इच्छा जताई थी और इस मैच की तैयारी भी पूरी कर ली गई है। टीमों के आवास और परिवहन की व्यवस्था की गई थी, लेकिन पांच दिन पहले केंद्र ने दोनों टीमों को वीजा देने से इनकार कर दिया। उपाध्यक्ष राणा टुट और सुरिंदर सिंह भापा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का खेल पर कभी असर नहीं पड़ेगा और लोगों को इस दौरान एक अच्छा मैच देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि चेन्नई में एशियन ट्रॉफी का आयोजन किया गया था, जिसमें पाकिस्तानी हॉकी टीमों ने हिस्सा लिया था, लेकिन पंजाब में होने वाले हॉकी टूर्नामेंट के लिए केंद्र ने वीजा नहीं दिया। ये बात समझ से कोसों दूर है।