Brazil: जहरीले सांपों से भरा हुआ है ये आईलैंड, केवल सेना और वैज्ञानिकों को है जाने की अनुमति
Brazilian Snake Island: ब्राजील अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है। इसके तट से 150 किलोमीटर की दूरी पर इल्हा दा क्यूइमाडा ग्रांडे नामक एक छोटा सा द्वीप है, जिसे स्नेक आईलैंड के तौर पर जाना जाता है। ऐसा ही एक द्वीप यूक्रेन में भी है, उसे भी स्नेक आईलैंड का नाम दिया गया है। लेकिन ब्राजील का द्वीप उससे बेहद खतरनाक और जहरीले सांपों के घर के तौर पर जाना जाता है। इस द्वीप पर हर आदमी नहीं जा सकता। यहां केवल ब्राजीलियन सेना और वैज्ञानिकों को जाने की छूट है। बताया जाता है कि ये जगह ब्राजील से लगभग 10 हजार साल पहले अलग हो गई थी।
भारी मात्रा में बर्फ पिघलने के बाद समुद्र का जलस्तर बढ़ गया था। जिसके कारण यह जगह द्वीप के तौर पर ब्राजील से अलग हो गई थी। इस द्वीप पर अब सांप ही जिंदा बचे, जो अकेलेपन के कारण लगातार घातक होते गए। इस द्वीप पर फिलहाल सिर्फ गोल्डन लांसहेड पिट वाइपर प्रजाति के सांप ही हैं। जो धरती से गायब हो चुके हैं। सिर्फ यहीं बचे हैं। इनकी तादाद दिनोंदिन बढ़ रही है।
यहां के सांप 3.9 फीट (1.2 मीटर) तक लंबे होते हैं। गोल्डन लांसहेड पिट वाइपर (बोथ्रोप्स इंसुलरिस) सांपों के कारण इस द्वीप को ब्राजील की नौसेना ने 1920 के दशक में आम लोगों के लिए बंद कर दिया था। यह द्वीप दक्षिणपूर्वी ब्राजील के तट से लगभग 34 किलोमीटर की दूरी पर है। इसका कुल एरिया 106 एकड़ (43 हेक्टेयर) यानी 80 अमेरिकी फुटबॉल मैदानों के बराबर है। द्वीप का आधा भाग वर्षावन से ढका है, जबकि शेष भाग बंजर और चट्टानों से भरा है। माना जाता है कि प्रवासी पक्षियों को यहां के सांप बड़े चाव से निशाना बनाते हैं।
ब्राजील के सांपों से अधिक जहरीले हैं यहां के सांप
संख्या की बात करें, तो आईलैंड के प्रत्येक स्क्वायर मीटर पर 1 से 5 सांप मिल जाते हैं। सांपों को एकमात्र आहार समुद्री पक्षी हैं। बताया जाता है कि यहां के सांप ब्राजील में मिलने वाले सांपों से 5 गुना तक जहरीले हैं। अगर यहां का सांप किसी इंसान को काट ले, तो उसे तुरंत ब्रेन हैमरेज, किडनी फेलियर या इंटरब्लीडिंग जैसी समस्या हो सकती है। इस द्वीप पर सिर्फ एक इमारत है, जिसका नाम ऑटोमेटेड लाइटहाउस है। इस इमारत को इसलिए बनाया गया है, ताकि नाविकों को यहां न ठहरने और खतरनाक जगह होने का संकेत दे सके। इसे मौत का द्वीप भी कहते हैं। सांपों पर स्टडी के लिए हर साल यहां कई वैज्ञानिक आते हैं।