जानलेवा हमले के बाद क्या Trump की जीत तय? फायरिंग से कितने बदले अमेरिकी चुनाव के समीकरण?
Donald Trump Firing impact on American Elections: अमेरिका के पू्र्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुआ जानलेवा हमला कल से सुर्खियां बटोर रहा है। पेंसिल्वेनिया में ट्रंप रैली को संबोधित कर रहे थे। तभी ट्रंप पर किसी ने गोली चला दी। बेशक गोली ट्रंप के कान को छूकर निकल गई लेकिन उनका चेहरा खून से लथपथ हो गया था। गोली लगने के बाद ट्रंप में मुट्ठी बंद करके हाथ उठाया और हर तरफ ट्रंप के नाम का नारा गूंजने लगा। इस हादसे के बाद ट्रंप को हर कोई सहानुभूति दे रहा है। ट्रंप के प्रतिद्वंदी जो बाइडन ने भी इस घटना की निंदा की। अब सवाल ये है कि ट्रंप पर हुई फायरिंग का आगामी चुनाव पर क्या असर पड़ने वाला है?
राष्ट्रपति चुनाव को बचे 6 दिन
अमेरिका में जल्द ही राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। इस चुनाव को महज 100 दिन बचे हैं। पिछली बार की तरह इस बार भी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और डोनाल्ड ट्रंप आमने-सामने होंगे। चुनाव प्रचार की शुरुआत से ही ट्रंप का पलड़ा भारी दिख रहा था। कुछ दिन पहले दोनों नेताओं के बीच नेशनल टेलीविजन पर हुई बहस में भी ट्रंप ने बाजी मार ली थी। वहीं अब ये हमला होने के बाद सियासी गलियारों में ट्रंप की जीत की अटकलें लग रही हैं।
डिक मॉरिस ने दिया बयान
पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के सलाहकार रहे डिक मॉरिस का कहना है कि ट्रंप पर हुए इस हमले का रिपब्लिकन पार्टी को फायदा होगा। आगामी चुनाव में डेमोक्रेट्स के लिए समस्या खड़ी हो सकती है। एक पॉडकास्ट में हिस्सा लेते हुए डिक मॉरिस ने कहा कि चुनाव में जीतने की दौड़ खत्म हो जाएगी। ट्रंप अगर जिंदा रहे तो वही जीतेंगे। एक गोली के अलावा अब ट्रंप की जीत के रास्ते में कुछ नहीं आ सकता है।
रिपब्लिकन के पॉइंट्स बढ़े
डिक मॉरिस का कहना है कि इस घटना के बाद रिपब्लिकन पार्टी को 10-15 पॉइंट्स ज्यादा मिल सकते हैं। इससे बाइडन और ट्रंप के बीच की लड़ाई एक तरफा हो जाएगी। डेमोक्रैटिक पार्टी ने पहले ही 81 वर्षीय जो बाइडन को पीछे हटने की सलाह दी थी। मगर बाइडन ने अपनी पार्टी की सलाह को दरकिनार कर खुद चुनाव लड़ने का फैसला किया था।
ट्रंप का रिएक्शन अद्भुत था- मॉरिस
गोली लगने के बाद ट्रंप ने मुट्ठी उठाकर मजबूती का संकेत दिया था। इस बारे में बात करते हुए मॉरिस कहते हैं कि यह अद्भुत था। ट्रंप का ये रिएक्शन इतिहास में दर्ज किया जाएगा। इससे उन्हें चुनाव में काफी मदद मिलेगी। कई लोग उनके सपोर्ट में उतर आए हैं।
ट्रंप को मिली जनता की सहानुभूति
ट्रंप पहले भी अपनी रैलियों में खुद पर जानलेवा हमला होने का अंदेशा जता चुके हैं। वहीं इस हमले के बाद ट्रंप का बयान सच साबित हो गया है। ट्रंप अक्सर अपनी रैलियों में डरें नहीं और बुराई को जीतने नहीं देंगे जैसे नारे लगाते रहे हैं। कई राजनीतिक जानकारों की मानें तो इस हमले के बाद लोगों की सहानुभूति ट्रंप के साथ है और इसका असर चुनाव में भी देखने को मिल सकता है।
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