भूकंप के झटकों से फैली दहशत, Pakistan-Chile में आफ्टरशॉकर का खतरा, 4 से 6 रही Earthquake की तीव्रता
Earthquake Tremors Occured in Chile: धरती आए दिन भूकंप के झटके झेल रही है। हर रोज किसी न किसी देश में भूकंप आ रहा है, जो किसी बड़े खतरे का संकेत हो सकते हैँ। देररात चिली देश में भूकंप आया। चिली के एंटोफगास्टा शहर में भूकंप के जोरदार झटकों से लोगों में दहशत का माहौल है। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.1 मापी गई।
यूरोपीय-मेडिटेरेनियन सिस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) ने भूकंप की पुष्टि की और कहा कि इस भूकंप के अभी तक किसी तरह के जान माल के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन अब लोगों को आफ्टरशॉकर झेलने पड़ने सकते हैं। भूकंप का केंद्र धरती के नीचे 104 किलोमीटर की गहराई में मिला है। चिली सरकार ने रिलीफ एजेंसियों को अलर्ट मोड में रहने को कह दिया है।
पाकिस्तान में भी आया भूकंप
चिली के बाद भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी आज सुबह भूकंप आया। सुबह करीब 6 बजकर 10 मिनट पर लोगों को भूकंप के झटके लगे। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.3 मापी गई। वहीं इसका केंद्र धरती के नीचे 77 किलोमीटर की गहराई में मिला। हालांकि भूकंप से किसी तरह के जान माल के नुकसान की खबर नहीं मिली है, लेकिन सरकार ने राहत दलों और एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है। 5 दिन पहले भी पाकिस्तान में भूकंप आया था। उस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.7 रही थी। सुबह 4 बजकर 9 मिनट पर पाकिस्तान के चमन शहर से 41 किलोमीटर दूर नॉर्थ ईस्टमें यह भूकंप आया था।
छोटे भूकंप हो सकते बड़े खतरे की चेतावनी
चिली सरकार और रिलीफ एजेंसियों ने लोगों को भी अलर्ट किया गया है कि वे सतर्क रहें। किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए तैयार रहें। सरकार के अधिकारियों ने स्थिति पर नजर रखी हुई है। लोग सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं, क्योंकि माना जा रहा है कि भूकंप के और भी झटके महसूस किए जा सकते हैं। क्योंकि चिली भूकंप के संवेदनशील क्षेत्रों में आता है और इस क्षेत्र में पहले भी इतनी या इससे ज्यादा तीव्रता के भूकंप आ चुके हैं।
पिछले काफी समय से धरती पर लगातार छोटे भूकंप आ रहे हैं, जो किसी बड़े खतरे का संकेत हो सकते हैं। ऐसी ही स्थिति साल 2005 में बनी थी और उस समय 8 अक्टूबर 2005 को भारत के जम्मू कश्मीर में भयंकर भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.6 मापी गई थी। इस भूकंप से LOC से सटे पाकिस्तान और कश्मीर में करीब 80 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। एक लाख से ज्यादा लोग बेघर हो गए थे।