जब मदद ही बन गई मौत... गाजा में नहीं खुला रिलीफ पैकेज का पैराशूट, 5 की गई जान
Gaza Crisis : इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग की कीमत गाजा के नागरिकों को चुकानी पड़ रही है। उनकी मदद के लिए रिलीफ पैकेज भेजे जा रहे हैं। लेकिन इस मदद ने भी मौत का रूप ले लिया जब एयरड्रॉप किए गए एक पैकेज का पैराशूट ही नहीं खुला। यह रिलीफ पैकेज खाने के लिए लाइन लगाए नागरिकों पर जा गिरा। घटना में 5 लोगों की मौत हुई है और कई अन्य घायल हुए हैं। यह घटना शुक्रवार को उत्तरी गाजा के एक रिफ्यूजी कैंप में हुई थी।
गाजा सरकार के मीडिया ऑफिस ने मारे गए लोगों की संख्या की पुष्टि की है और एयरड्रॉप्स को बेकार बताया है। इसने कहा कि ये एयरड्रॉप्स केवल दिखावे का प्रोपेगंडा हैं, न कि मानवीय सेवा। इसके साथ ही इसने जमीनी बॉर्डर के जरिए भोजन व अन्य सामग्रियां उपलब्ध कराने की अपील की। मीडिया ऑफिस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि हम पहले ही चेतावनी दे चुके थे कि इससे गाजा पट्टी के नागरिकों की जान को खतरा हो सकता है और ऐसा ही हुआ।
अमेरिका का नहीं था रिलीफ पैकेज
वहीं, कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि जिस एयरड्रॉप ने नागरिकों की जान ली वह अमेरिका की ओर से गिराई गई था। लेकिन अमेरिका ने इससे इनकार किया है। यूएस सेंट्रल कमांड के एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से किए गए एक पोस्ट में कहा गया कि हम एयरड्रॉप के चलते जान गंवाने वाले नागरिकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। लेकिन, इसे लेकर कुछ रिपोर्ट्स में किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत है। ये रिलीफ पैकेज अमेरिका ने एयरड्रॉप नहीं किए थे।
गंभीर हो रहा है भुखमरी का संकट
मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र के ऑफिस ने पिछले महीने कहा था कि गाजा में हर 4 में से 1 व्यक्ति भुखमरी का सामना कर रहा है। गाजा में संयुक्त राष्ट्र ऑर्गेनाइजेशन का कहना है कि 23 जनवरी से इजराइली अधिकारियों ने गाजा पट्टी के उत्तरी इलाके में सप्लाई पहुंचाने पर रोक लगा रही है। वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (डब्ल्यूएफपी) ने बीते दिनों कहा था कि उत्तरी गाजा के लिए इसने जो पहला काफिला भेजा था उसे मंगलवार को सेना ने वापस लौटा दिया था।
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