Haiti Violence: हथियारबंद गैंग ने बोला जेल पर हमला, आजाद कराए 4000 कैदी
Haiti Violence : कैरेबियाई देश हैती बीते कुछ दिनों से सामूहिक हिंसा का सामना कर रहा है। इसी बीच यहां की राजधानी पोर्ट-अउ-प्रिंस में स्थित मुख्य जेल पर हथियारबंद गैंग की ओर से धावा बोलने की खबर आई है। रिपोर्ट्स के अनुसार इस जेल में करीब 4000 कैदी थे जो अब आजाद हो गए हैं। इन कैदियों में वो लोग भी शामिल थे जिनका साल 2021 में हुई राष्ट्रपति जोवेनेल मोइस की हत्या से संबंध था। बता दें कि अमेरिका में सबसे गरीब देश हैती में पिछले कुछ वर्षों में हिंसा की स्थिति काफी गंभीर हुई है। यहां के गैंग प्रधानमंत्री एरियल हेनरी को हटाना चाहते हैं और राजधानी के लगभग 80 प्रतिशत हिस्से पर उनका ही नियंत्रण है।
प्रधानमंत्री को हटाने की मांग
बीते गुरुवार को यहां हिंसा का दौर फिर तेज हुआ जब प्रधानमंत्री नैरोबी के दौरे पर गए थे। उनकी यह यात्रा हैती में केन्या की मल्टीनेशनल फोर्स को भेजने के लिए चर्चा करने को लेकर थी। गैंग के लीडर और पूर्व पुलिस अधिकारी जिमी चेरिजियर ने प्रधानमंत्री को हटाने के लिए एक कोऑर्डिनेटेड हमला करने की घोषणा की थी। रिपोर्ट्स के अनुसार जिमी ने कहा कि राजधानी के सभी हथियारबंद गुट एकजुट हैं। बता दें कि हैती की राजधानी में हुई हत्या की कई घटनाओं के पीछे जिमी चेरिजियर का हाथ माना जाता है। जेल पर हमले की घटना के दौरान हुई गोलीबारी में चार पुलिस कर्मियों के मारे जाने की और पांच के घायल होने की खबर है।
2016 से नहीं हुए यहां चुनाव
रिपोर्ट्स के अनुसार हैती पुलिस ने सेना से जेल को सुरक्षित रखने के लिए मदद मांगी थी, लेकिन गैंग ने शनिवार को जेल पर हमला बोल दिया था। रविवार को भी जेल के दरवाजे खुले नजर आए और अधिकारियों का नामोनिशान तक देखने को नहीं मिला। बता दें कि हैती में साल 2016 के बाद से चुनाव नहीं हुए हैं। राष्ट्रपति मोइस पर भ्रष्टाचार के कई आरोप थे और उनके इस्तीफे की मांग भी उठ रही थी लेकिन वह पद छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे। माना जाता है कि इसी वजह से उनकी हत्या हुई थी। इसके बाद तय हुआ था कि चुनाव कराए जाएंगे और 7 फरवरी तक प्रधानमंत्री हेनरी पद छोड़ देंगे। लेकिन लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हो पाया है।
केन्या की पुलिस करेगी मदद!
उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र ने जनवरी में कहा था कि हैती के गैंग की ओर से की जा रही हिंसा में पिछले साल 8400 से ज्यादा लोगों की जान गई थी। यहां साल 2023 में हत्या और अपहरण जैसी घटनाएं साल 2022 के मुकाबले दोगुनी रही थीं। बता दें कि मोइस की हत्या के बाद से ही यहां राष्ट्रपति का पद खाली पड़ा है। उधर, हालात को देखते हुए हैती में फ्रांस के दूतावास ने राजधानी में और उसके आस-पास न जाने की सलाह दी है। लगातार बढ़ रही हिंसा से निपटने के लिए यहां केन्याई फोर्स लगाने की तैयारी की जा रही है। इसे लेकर दोनों देशों के बीच एक समझौता भी हुआ है। अमेरिका ने भी इसके लिए आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है।
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