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क्या है भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स का मिशन? जिसके लिए तीसरी बार गईं अंतरिक्ष

Sunita Williams Space Mission : भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स किसी पहचान का मोहजात नहीं हैं। वह एक अंतरिक्ष यात्री हैं। उन्होंने तीसरी बार अंतरिक्ष उड़ान भरी और इतिहास रच दिया। साथ ही स्टारलाइनर यान से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जाने वाली वह पहली यात्री भी बन गईं।
07:32 AM Jun 06, 2024 IST | Deepak Pandey
भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स तीसरी बार गईं अंतरिक्ष।
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Sunita Williams : अंतरिक्ष में भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स ने एक और बड़ा रिकॉर्ड बना दिया। वे बोइंग के सीएसटी-100 स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष में जाने वाली पहली सदस्य हैं। वह पहली महिला भी हैं, जो इस तरह के मिशन में जा रही हैं। उन्होंने तीसरी बार अंतरिक्ष उड़ान भरते हुए इतिहास भी रच दिया।

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क्या है मिशन

अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स बुधवार को अपने सहकर्मी बुच विल्मोर के साथ अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना हुईं। बोइंग कंपनी के स्टारलाइनर यान से अंतरिक्ष जाने वाले दोनों पहले सदस्य बन गए। सुनीता विलियम्स बोइंग के ‘क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन' में अंतरिक्ष गई हैं। यह मिशन कई सालों की देरी से शुरू हुआ, क्योंकि अंतरिक्ष यान को अंतरिक्ष के लिए विकसित किया जा रहा था।

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इस मिशन में पायलट हैं सुनीता विलियम्स

फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर अंतरिक्ष के लिए रवाना हुए थे। स्टारलाइनर यान में सुनीता विलियम्स पायलट हैं, जबकि बुच विल्मोर कमांडर हैं। आज दोपहर 12.15 बजे दोनों अंतरिक्ष पहुंच जाएंगे।

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बोइंग का क्या है मकसद?

साल 2020 से नासा का एकमात्र स्पेसक्राफ्ट है, जिससे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन चालक दल के सदस्यों को स्पेस स्टेशन भेजा जाता है। ऐसे में बोइंग ने स्टारलाइनर को स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन कैप्सूल के रूप में विकसित किया है। अगर बोइंग का यह मिशन सफल रहा तो इसके बादअंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस से घर लाने और फिर अंतरिक्ष पहुंचाने में आसानी हो जाएगी।

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Tags :
Nasa SpacecraftSunita Williams
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