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राष्ट्रपति बनने के बाद Donald Trump को झटका, अरब देशों ने खारिज किया ये प्रस्ताव

World News in Hindi: मिडिल ईस्ट में इस समय तनाव की स्थिति है। डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद अरब देशों को एक प्रस्ताव दिया था। सभी देशों ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। इसके बारे में जानते हैं।
09:00 PM Feb 01, 2025 IST | Parmod chaudhary
राष्ट्रपति बनने के बाद donald trump को झटका  अरब देशों ने खारिज किया ये प्रस्ताव

Israel Hamas War: मिडिल ईस्ट में लगातार बढ़ रहे तनाव के बीच अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रयासों को झटका लगा है। ट्रंप ने गाजा पट्टी को खाली करवाने का सुझाव अरब देशों को दिया था। ट्रंप ने फलस्तीनियों को गाजा से जॉर्डन और मिस्र स्थानांतरित करने का सुझाव दिया था, लेकिन अरब देशों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले इजराइल और हमास ने सीजफायर का ऐलान किया था। इसी बीच नए राष्ट्रपति ने ये सुझाव अरब देशों को दिया था। ट्रंप ने कहा था कि क्यों न गाजा पट्टी को खाली करवा लिया जाए? मिस्र और जॉर्डन से ट्रंप ने आग्रह किया था कि वे अपने यहां गाजा पट्टी के लोगों को शरण दें।

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इस मामले में अब जॉर्डन, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, फलस्तीनी प्राधिकरण, अरब लीग और कतर ने प्रतिक्रिया दी है। शनिवार को इन देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद एक संयुक्त बयान जारी किया गया है। बयान में कहा गया है कि वे फलस्तीनियों को गाजा और कब्जे वाले वेस्ट बैंक से अपने यहां पनाह नहीं दे सकते। उनको क्षेत्र से बाहर ले जाने की किसी भी योजना को वे सभी मिलकर खारिज करते हैं। इसके अलावा अरब देशों ने चेतावनी भी जारी की है। अरब देशों ने कहा कि ऐसी किसी योजना से उनकी स्थिरता और शांति खतरे में पड़ सकती है। इससे संघर्ष बढ़ने का रिस्क है, वे अपने लोगों को किसी भी स्थिति में खतरे में नहीं डाल सकते।

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पूरी तरह तबाह हो चुका है गाजा

बीते शनिवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने बयान जारी कर कहा था कि वे अरब देशों को अपने यहां गाजा के लोगों को पनाह देने की गुजारिश करेंगे। गाजा में स्थिति सुधर जाए, वे यह चाहते हैं। गाजा की आबादी को अस्थायी तौर पर बसाया जाए। गौरतलब है कि सीजफायर से लगभग 15 महीने पहले से लगातार यहां इजराइली सेना हमले कर रही थी। इसकी वजह से गाजा पूरी तरह तबाह हो चुका है। ट्रंप ने कहा था कि वे अरब देशों से मिलकर गाजा के लोगों के लिए अलग जगह चाहते हैं, जहां वे शांति के साथ रह सकें।

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स्थितियों में बदलाव लाया जा सके। बता दें कि गाजा पट्टी 365 वर्ग किलोमीटर में बसा एक इलाका है। इसके एक ओर भूमध्य सागर है, तीन ओर से इसका बॉर्डर मिस्र और इजराइल से लगता है। गाजा का उत्तर पूर्वी और दक्षिण पूर्वी बॉर्डर इजराइल से सटा है। दक्षिण पश्चिम में इसकी सीमा मिस्र से लगती है। वेस्ट में भूमध्य सागर है। हमास और इजराइल के बीच लड़ाई का मुख्य केंद्र गाजा पट्टी है। यह पहला फलस्तीनी इलाका है, दूसरा इलाका वेस्ट बैंक है। इस हिस्से पर अधिकतर इजराइल ने कब्जा कर रखा है।

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