Israel Iran War: ईरान पर इजराइल का हमला, तेहरान समेत कई शहरों में सैन्य ठिकानों पर बमबारी
Isreal Air Strike on Iran: इजराइल ने ईरान पर हमला कर दिया है। इजराइल ने तेहरान समेत कई शहरों में ईरान के सैन्य ठिकानों पर बमबारी की है। खुद इजराइल डेफेंस फोर्स (IDF) ने इसकी पुष्टि की। IDF ने शनिवार सुबह ट्वीट करके दुनिया को बताया कि ईरान में सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले जारी है। ईरान गत 7 अक्टूबर 2023 से 7 मोर्चों पर लगातार इजराइल पर हमला कर रहा है। दुनिया के हर अन्य संप्रभु देश की तरह इजराइल को भी दुश्मन को जवाब देने का अधिकार है, कर्तव्य है। हम इजराइल देश और देश के लोगों की रक्षा के लिए जो भी आवश्यक होगा, वह करेंगे। हमारी रक्षात्मक और आक्रामक रणनीति तैयार है और एक्टिव है। बता दें कि अक्टूबर की शुरुआत में ईरान ने हिज़्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह और अन्य की हत्या के बाद इजराइल पर मिसाइलों की बौछार की थी। इसलिए इजराइल कई महीनों से ईरान पर हमला करने की तैयारी कर रहा था और अब हमला कर दिया है।
एक अक्टूबर को ईरान ने इजराइल पर की थी एयर स्ट्राइक
इजराइल डेफेंस फोर्स के इंटरनेशनल स्पीकर नदाव शोशानी ने बताया कि ईरान ने 1 अक्टूबर को इजराइल की ओर 20 से ज्यादा मिसाइलें दागीं थीं। तर्क दिया गया कि यह हमला हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह और अन्य की हत्या का जवाब था। यहां से दोनों देशों के बीच ताजा विवाद शुरू हुआ। हिजबुल्लाह लेबनान में ईरान समर्थित आतंकवादी समूह है। उस हमलों में जेरिको शहर में एक फिलिस्तीनी की मौत हो गई थी। इजराइल ने हमले का जवाब देने की कसम खाई थी। हमले के कुछ घंटों बाद बोलते हुए कि इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि ईरान ने आज रात एक बड़ी गलती की है और उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
अमेरिका इजराइल के ईरान पर हमले का हिस्सा नहीं
व्हाइट हाउस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता सीन सैवेट एक बयान जारी करके कहा कि ईरान पर इजराइल के हमले में अमेरिका उसका सहयोगी नहीं है। अमेरिका ने इजराइल के साथ कूटनीति में भाग लिया था तथा उसे ईरान के तेल या परमाणु ठिकानों पर हमला नहीं करने का आग्रह किया था। पता चला है कि इजराइल आत्मरक्षा के लिए ईरान में सैन्य ठिकानों पर हमले कर रहा है। इजराइल ने यह हमला एक अक्टूबर को ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले के जवाब में किया गया है। राष्ट्रपति जो बाइडेन इस समय विलमिंगटन डेलावेयर में हैं और उनको हमलों के बारे में जानकारी दे दी गई है। घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।
लंबे समय से एक दूसरे के दुश्मन दोनों देश
बता दें कि इजरायल और ईरान लंबे समय से दुश्मन देश हैं, जो दशकों से गृह युद्ध में उलझे हुए हैं। पिछले कुछ सालों से इजराइल ने इस्लामिक गणराज्य ईरान के खिलाफ गुप्त अभियान चलाया हुआ है। कई उग्रवादी और इस्लामी समूहों के खिलाफ अप्रत्यक्ष रूप से युद्ध भी लड़ा है, जिसमें गाजा में हमास, लेबनान में हिजबुल्लाह और यमन में हूथी शामिल हैं। ईरान पर इन आतंकी समूहों को फंड और हथियार सप्लाई करने का आरोप है। फिलिस्तीन के गाजा में हमास पर इजराइल के हमले के बाद इन तीनों ने एकजुट होकर इजराइल पर हमला किया। इजराइल ने कसम खाई है कि वह जब तक तीनों आतंकी समूहों का विनाश नहीं कर देगा, युद्ध जारी रहेगा, लेकिन मध्य पूर्व में फैली यह लड़ाइयां जितनी लंबी चल रही हैं, उतनी ही जटिल होती जा रही हैं।