होमखेलवीडियोधर्म मनोरंजन..गैजेट्सदेश
प्रदेश | हिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारदिल्लीपंजाबझारखंडछत्तीसगढ़गुजरातउत्तर प्रदेश / उत्तराखंड
ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थExplainerFact CheckOpinionनॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

जन्म के 18 साल बाद व्हीलचेयर छोड़ अपने पैरों पर खड़ी हुई बच्ची, डॉक्टरों ने कहा था... कभी नहीं चल पाएगी

बच्ची जन्म से ही दिव्यांग है, उसकी आंखें कमजोर हैं और वह ठीक से पढ़ और बोल नहीं पाती है। वह 3 महीने की थी जब डॉक्टरों ने उसके कभी न चल पाने की बात कही थी।
07:56 PM Aug 20, 2024 IST | Amit Kasana
Advertisement

Disabled took her first steps at the age of 18: एक बच्ची अपने जन्म से दिव्यांग है, उसे एक रेयर जेनेटिक डिसऑर्डर है। डॉक्टरों ने उसकी ये मेडिकल कंडीशन देख उसके कभी न चलने, बात नहीं कर पाने और कुछ न पढ़ सकने की बात कही थी। किसी बच्चे की ऐसी स्थिति को उसकी मां से ज्यादा कोई नहीं समझ सकता। दरअसल, एक ऐसी ही बच्ची जो जन्म से व्हीलचेयर पर है अचानक 18 साल बाद उठ खड़ी हुई और अपने पैरों पर चलने लगी। अब वह अपने भाई के साथ न केवल चल पाती है और बल्कि खेलती भी है।

Advertisement

दरअसल, ये मामला यूके का है, यहां 43 वर्षीय महिला Karen Tilley ने अपनी बेटी Josselin की ये कहानी मीडिया से शेयर की है। मीडिया रिर्पोर्ट्स के Karen के अनुसार बेटी के जन्म के दौरान डॉक्टरों ने उन्हें बताया था कि वह जिंदा रहते हुए अधिकांश समय अस्पताल में रहेगी लेकिन आज वे न केवल अपने घर में है बल्कि अपने 12 वर्षीय भाई Dalton के साथ इंडोर गेम भी खेलती है।

ये भी पढ़ें: रॉकेट लॉन्च होते ही ब्लास्ट! जानें क्यों FAIL हुआ RFA का मिशन

ठीक से देख और पढ़ नहीं पाती है बच्ची

Karen ने बताया कि 22 मार्च 2006 में Josselin का जन्म हुआ था, उस समय वह 39 माह की गर्भवती थीं। Josselin बचपन से दिव्यांग है, वह ठीक से बोल, चल और यहां तक की कुछ पढ़ नहीं पाती थी, वह केवल व्हीलचेयर के सहारे ही कहीं आ जा पाती थी। उसकी आंखे कमजोर हैं और अकसर पेट खराब रहता है। जब वह 3 महीने की थी तो डॉक्टरों ने उसकी हालत देखकर कहा था कि वह उसे अधिकांश समय अस्पताल में रहेगी और उसका कभी अपने पैरों पर चल पाना मुश्किल है।

Advertisement

हर साल इलाज पर खर्च होते हैं लाखों रुपये 

Karen ने बताया कि एक मां होने के नाते उन्होंने हिम्मत नहीं हारी, वे लगातार Josselin की फिजिओथेरपी करवाती हैं और उसके जन्म से उसका इलाज जारी रखा। उनका कहना था कि हर साल बेटी के इलाज में उनका लाखों रुपये खर्च होता लेकिन अपने जिगर के टुकड़े के सामने पैसे उनके लिए मायने नहीं रखते। हाल ही में एक दिन Josselin अपने घर पर थी अचानक खेलते हुए वह अपने व्हीलचेयर को छोड़ खुद खड़ी हो गई और कुछ कदम चली। ये देख Karen समेत परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं लगा। Karen कहती हैं कि पहले तो उन्होंने यकीन नहीं हुआ फिर उन्होंने रोते हुए खुद Josselin को आगे बढ़कर गले लगा लिया। अब वह अपने पैरों पर धीरे-धीरे खुद चल लेती है।

ये भी पढ़ें: Supermoon: अद्भुत नजारे कहां-कहां दिखे? देखें नीले रंग के चांद की तस्वीरें और वीडियो

ये भी पढ़ें: 30 हजार फीट की ऊंचाई पर फ्लाइट में खूब चले लात-घूंसे; करनी पड़ी इमरजेंसी लैंडिंग…ये थी वजह

Open in App
Advertisement
Tags :
world news
Advertisement
Advertisement