Kyrgyzstan में भारत के 14 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स, भारतीय दूतावास ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
Kyrgyzstan Bishkek Violence: किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में विदेशी छात्रों के खिलाफ मोर्चा खुल गया है। कई लोगों ने दूसरे देश से आए छात्रों पर हमला करना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश से किर्गिस्तान पढ़ने गए स्टूडेंट्स भी हिंसा का शिकार हो रहे हैं। वहीं भारत सहित पाकिस्तान ने भी अपने देश के छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी की है। दोनों देशों की सरकारों ने छात्रों को घर में रहने और बाहर ना निकलने की सलाह दी है।
भारतीय दूतावास ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
किर्गिस्तान में मौजूद भारतीय दूतावास ने छात्रों को हेल्पलाइन नंबर भी दिया है। किसी भी आपातकाल स्थिति में अभ्यार्थी दिन के 24 घंटे इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। भारतीय दूतावास ने एक्स प्लेटफॉर्म पर ट्वीट शेयर करते हुए लिखा, हम अपने स्टूडेंट्स के संपर्क में बने हुए हैं। वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है। मगर सभी छात्र-छात्राओं को घर के अंदर रहने की सलाह दी जाती है। कोई मुश्किल आने पर सभी स्टूडेंट्स दूतावास से बात कर सकते हैं। स्टूडेंट्स हेल्पलाइन नंबर 0555710041 पर कॉल कर सकते हैं।
बिश्केक में फंसे 14 हजार से ज्यादा भारतीय
विदेश मंत्रालय के अनुसार किर्गिस्तान में कुल 14,500 छात्र-छात्राएं मौजूद हैं। भारतीय दूतावास के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने लिखा कि बिश्केक में भारतीय छात्र-छात्राओं पर नजर रखी जा रही है। अभी के लिए परिस्थितियां कंट्रोल में हैं। किर्गिस्तान से पाकिस्तान दूतावास ने भी कुछ जानकारियां शेयर की हैं। पाक दूतावास के अनुसार बिश्केक के कुछ मेडिकल विश्वविद्यालयों और घरों में रह रहे विदेशी स्टूडेंट्स पर हमला हुआ था। इसमें भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के बच्चे भी शामिल हैं। बता दें कि सेंट्रल एशियन देशों में पाकिस्तान के भी 10 हजार से ज्यादा बच्चे पढ़ रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक से एक वीडियो सामने आया था। 13 मई को किर्गिस्तान के स्थानीय स्टूडेंट्स और मिस्त्र के स्टूडेंट्स में लड़ाई हो गई थी। कुछ ही देर में इस लड़ाई ने हिंसक झड़प का रूप ले लिया और पूरे बिश्केक में मामला फैल गया। शुक्रवार की रात इसका वीडियो इंटरनेट पर भी वायरल हो गया, जिससे किर्गिस्तान के युवाओं का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने सभी देशों से आए विदेशी छात्रों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। कई देशों से छात्र-छात्राएं किर्गिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई करने जाते हैं। यही वजह है कि हिंसा भड़कने के बाद सबसे पहले मेडिकल कॉलेज और हॉस्टलों पर ही हमले हुए। हालांकि अब बिश्केक में हर तरफ सन्नाटा पसरा है और हिंसा पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है।