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हॉय गर्मी! भाप बनकर उड़ गई झील! 9 दिन में गायब हुआ सैकड़ों करोड़ लीटर पानी

Lake Shashta Water Disappearing due to Extreme Heat: इस साल भीषण गर्मी से हर तरफ हाहाकार मचा था। मगर क्या आप जानते हैं कि बढ़ते तापमान के कारण एक झील का पानी भी भाप बनकर उड़ गया है। 9 दिन के भीतर झील का 2.2 बिलियन गैलन पानी गर्मी से गायब हो गया।
01:13 PM Jul 14, 2024 IST | Sakshi Pandey
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Lake Shashta Water Disappearing: गर्मी का कहर ना सिर्फ भारत बल्कि समूची दुनिया में देखने को मिला है। बेशक मानसून की एंट्री के साथ देश में गर्मी से राहत मिल गई है। मगर गर्मी को लेकर अब एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। भीषण गर्मी और बढ़ते तापमान के कारण झील का पानी ही सूखने लगा है। जी हां, एक विशाल झील का पानी भाप बनकर उड़ रहा है और महज 9 दिनों के अंदर 2.2 बिलियन गैलन पानी झील से गायब हो गया है।

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गर्मी बनी आफत

हम बात कर रहे हैं अमेरिका की मशहूर टूरिस्ट डेस्टिनेशन शास्ता झील की। हर साल लाखों की संख्या में टूरिस्ट शास्ता झील घूमने जाते हैं। कैलिफोर्निया में स्थित इस झील को अमेरिका की सबसे खूबसूरत झीलों में गिना जाता है। शास्ता झील के पास मौजूद शास्ता बांध और बर्फ की चादर ओढ़े माउंट शास्ता का नजारा अद्भुत दिखाई देता है। मगर शास्ता झील का कम होता पानी प्रशासन के लिए मुश्किल का सबब बन चुका है और इसकी सबसे बड़ी वजह गर्मी ही है।

9 दिन में उड़ा 2.2 बिलियन गैलन पानी

आंकड़ों के अनुसार 3 जुलाई 2024 को शास्ता झील से 288.8 मिलियन गैलन पानी भाप बनकर उड़ गया था। वहीं 1-9 जुलाई के बीच में शास्ता झील से कुल 832 करोड़ लीटर (2.2 बिलियन गैलन) पानी वाष्प बन गया। शास्ता का घटता जल स्तर कई लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। शास्ता बांध का प्रबंधन करने वाले क्षेत्रिय प्रबंधक डॉन बेडर का कहना है कि झील का पानी बड़ी मात्रा में कम होने लगा है। इस साल अमेरिका में रिकॉर्ड तोड़ तापमान दर्ज किया गया है। जिसके कारण वाष्पीकरण में बढ़ोत्तरी हुई है और बड़े पैमाने पर झील का पानी कम हो गया है।

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119 डिग्री सेल्सियस पहुंचा तापमान

डॉन बेडर के अनुसार जुलाई के शुरुआती 9 दिनों तक तापमान सबसे अधिक रहा। 6 जुलाई को रेडिंग रीजनल एयरपोर्ट पर उच्च तापमान 119 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। पहली बार तापमान ने इतना रिकॉर्ड तोड़ा है। 5-8 जुलाई के बीच रोजमर्रा के उच्च तापमान की बात करें तो ये 110 डिग्री सेल्सियस के करीब था। हालांकि पानी के वाष्पीकरण की समस्या महज लेक शास्ता तक सीमित नहीं है। इसके आसपास मौजूद कई जलाशयों का पानी कम हो गया है। वीवरविले की ट्रिनिटी झील और रेडिंग की केसविक झील से भी 828.5 मिलियन गैलन पानी कम हो गया है।

सर्दियों में नहीं होती समस्या

बेडर के अनुसार सर्दियों के मौसम में वाष्पीकरण ना के बराबर होता है। सर्दी में झीलें बर्फ बन जाती हैं और पानी काफी ठंडा रहता है। ऐसे में वाष्पीकरण का सवाल ही नहीं उठता है। 2015 में आई कोलोराडो विश्वविद्यालय की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के पश्चिमी इलाकों में मौजूद ज्यादातर जलाशयों का पानी कम हो रहा है।

क्या है विकल्प?

इस रिपोर्ट के अनुसार पानी के वाष्पीकरण को रोकने के लिए इसकी सतह को प्लास्टिक से ढकना बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। 2015 में गर्मी के दौरान लॉस एंजिल्स शहर में स्थित जलाशयों को प्लास्टिक की गेंदों से ढक दिया गया था। मगर शास्ता झील काफी बड़ी है और इसे प्लास्टिक बॉल से ढकना मुमकिन नहीं है। बेडर का कहना है कि ये कैलिफोर्निया की सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है। जिसे किसी भी चीज से लंबे समय तक ढकना पॉसिबल नहीं हो सकता है।

 

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