होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

भारत के लोकसभा चुनाव से क्यों घबराया चीन? भटकाने के लिए करेगा AI का इस्तेमाल!

Lok Sabha Election 2024: माइक्रोसॉफ्ट की ओर से शुक्रवार को जारी की गई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने इस साल जनवरी में ताइवान में हुए चुनाव में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए गलत सूचनाएं फैलाने की कोशिश की थी। अब ऐसा ही वह कुछ भारत के लोकसभा चुनाव में भी कर सकता है।
06:58 AM Apr 06, 2024 IST | Gaurav Pandey
Representative Image (Freepik)
Advertisement

China To Influence Lok Sabha Election 2024 : देश की सरकार तय करने के लिए होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) की शुरुआत होने में अब कुछ ही दिन बाकी हैं। इससे पहले आई एक रिपोर्ट में सामने आया है कि चीन (China) इस चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर सकता है। दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) की ओर से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के लोकसभा चुनाव समेत अमेरिका (US Election 2024) और साउथ कोरिया के चुनावों में दखल देने के लिए चीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल कर सकता है।

Advertisement

माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि भारत के अलावा अमेरिका और साउथ कोरिया के चुनाव हाई प्रोफाइल हैं। चीन अपनी स्थिति को फायदा पहुंचाने वाला एआई जेनरेटेड कंटेंट तैयार करेगा और सोशल मीडिया पर फैलाएगा। हालांकि, उसकी इस तरह की कोशिशों का चुनाव के परिणामों पर असर पड़ने की आशंका कम ही है। ये बातें माइक्रोसॉफ्ट थ्रेट इंटेलिजेंस ने 'सेम टारगेट्स न्यू प्लेबुक्स: ईस्ट एशिया एंड थ्रेट एक्टर्स एम्प्लॉय यूनिक मेथड्स' नाम की रिपोर्ट में साझा की हैं। इस रिपोर्ट को माइक्रोसॉफ्ट थ्रेट एनालिसिस सेंटर (MTAC) ने प्रकाशित किया है। इसके अनुसार चीन अपनी कोशिशें जारी रखेगा।

ताइवान चुनाव में भी की थी कोशिश

ताइवान में इस साल जनवरी में राष्ट्रपति चुनाव हुए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने इसमें भी गलत सूचनाएं फैलाने के लिए एआई का इस्तेमाल करने की कोशिश की थी। माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार ताइवान के इलेक्शन में ऐसा पहली बार देखा गया कि किसी देश की सरकार ने किसी विदेशी चुनाव को प्रभावित करने के लिए एआई के जरिए बनाए गए कंटेंट का इस्तेमाल किया हो। रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि अब चीन का टारगेट ताइवान से कहीं आगे जा सकता है। जून 2023 के बाद से चीन और उत्तर कोरिया से कई साइबर और इंफ्लुएंस ट्रेंड्स देखने को मिले हैं जो उन्हें फायदा पहुंचा सकते हैं।

Advertisement

तनावपूर्ण हैं भारत और चीन के संबंध

बता दें कि भारत और चीन के संबंध कुछ खास अच्छे नहीं हैं। लंबे समय से दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। भारत की मोदी सरकार ने चीन के कई ऐप्स के खिलाफ एक्शन लिए हैं और उन्हें बैन किया है। इसके अलावा आत्मनिर्भर भारत अभियान ने काफी हद तक देश की चीन पर निर्भरता को कम कर दिया है। जानकारों का कहना है कि चीन भारत को बड़ा खतरा मानता है। ऐसे में लोकसभा चुनाव में चीन की ओर से दखल दिए जाने की पूरी-पूरी आशंका है। उल्लेखनीय है कि इसे लेकर भारत सरकार ने गूगल और ओपन एआई जैसी एआई कंपनियों के सामने चिंता भी व्यक्त की है।

ये भी पढ़ें: जापान में सुनामी का खतरा टला! ताइवान में भूकंप के बाद कैसे हैं हालत?

ये भी पढ़ें: आतंकी हमले में पांच की मौत के बाद पाकिस्तान छोड़ रहे चीनी इंजीनियर

ये भी पढ़ें: क्‍या एक बार फ‍िर डोनाल्ड ट्रंप के हाथ में आ जाएगी अमेर‍िका की कमान?

Open in App
Advertisement
Tags :
artificial intelligenceChinaelectionsIndia Chinalok sabha election 2024special-news
Advertisement
Advertisement