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सावधान! धरती पर भीषण विस्फोट होगा, समुद्र में उठ सकता है भयंकर तूफान, धरती की ओर बढ़ रहे 2 Asteroid

Asteroids Earth Collision Update: अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा ने आज धरती से 2 एस्ट्रॉयड की टक्कर होने का अलर्ट जारी किया है। ताजा अपडेट के अनुसार, आज यह एस्ट्रॉयड धरती के काफी करीब से गुजरेंगे। अगर उथल-पुथल मची तो यह धरती से टकरा सकते हैं।
10:28 AM Oct 14, 2024 IST | Khushbu Goyal
Representative Image (Pixabay)
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NASA Alert for 2 Giant Asteroids: अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा ने दुनिया वालों के लिए एक अलर्ट जारी किया है। नासा की चेतावनी है कि आज धरती की ओर 2 विशालकाय एस्ट्रॉयड बढ़ रहे हैं। अगर यह एस्ट्रॉयड धरती से टकराए तो जलजला आएगा। धरती पर भीषण विस्फोट होने से समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ सकती हैं। भयंकर समुद्री तूफान आ सकता है।

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हालांकि नासा ने इन एस्ट्रॉयड के धरती से टकराने की संभावना न के बराबर जताई है, लेकिन नासा की ओर से कहा गया है कि एजेंसी की जेट प्रोपल्शन लैब इन एस्ट्रॉयड पर बारीकी से नजर रख रही है, क्योंकि अगर अंतरिक्ष की दुनिया में जरा-सी भी हलचल हुई तो एस्ट्रॉयड धरती से टकरा सकते हैं और तबाही मच सकती है, क्योंकि पिछले कई महीनों से अंतरिक्ष में एस्ट्रॉयड घूम रहे हैं।

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इन 2 एस्ट्रॉयड का नासा ने दिया अलर्ट

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दोनों एस्ट्रॉयड के नाम 2021 TK11 और 2024 TH3 हैं, जो आज 14 अक्टूबर 2024 को पृथ्वी के पास से गुजरने वाले हैं। 2021 TK11 एस्ट्रॉयड की चौड़ाई लगभग 22 फीट है। यह एक छोटे हवाई जहाज के आकार का है। पृथ्वी से यह 1,900,000 मील दूर होगा। इसके चंद्रमा की कक्षा पार करके आगे निकलने की उम्मीद है।

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एस्ट्रॉयड 2024 TH3 करीब 52 फीट चौड़ा है, जो 2021 TK11 से थोड़ा बड़ा और एक विमान के साइज का है। यह पृथ्वी से लगभग 2,860,000 मील की दूरी से गुजरेगी। नासा की जेट प्रोपल्शन प्रयोगशाला (JPL) इन एस्ट्रॉयड पर नजर रखे हुए है, ताकि किसी भी संभावित खतरे की पहचान पहले ही कर ली जाए।

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4.6 बिलियन वर्ष पहले बने थे एस्ट्रॉयड

बता दें कि एस्ट्रॉयड देखने में ठोस चट्टान जैसे होते हैं। यह धातु-खनिज पदार्थों का मिक्सचर हो सकते हैं। यह लगातार अंतरिक्ष में चक्कर काटते रहते हैं और इन्हें ग्रहों की परिक्रमा करते हुए देखा जा सकता है। जब चक्कर काटते समय एस्ट्रॉयड धरती की ग्रैविटी में आते हैं, जब इन्हें उल्का पिंड कहा जाता है। उस समय इन चमकदार उल्का पिंडों को आसमान में धरती से नंगी आंखों से भी देखा जा सकता है।

वास्तव में एस्ट्रॉयड सौर मंडल के ही अवशेष माने लाते हैं, जो 4.6 बिलियन वर्ष पहले अंतरिक्ष में मची उथल पुथल के कारण बने थे। ग्रहों ने अपना साइज लिया तो मिट्टी-गैस के कण आपस में टकराते हुए छोटे-छोटे पत्थर जैसे टुकड़े बन गए, जिन्हें एस्ट्रॉयड कहा जाता है। बृहस्पति ग्रह की ग्रैविटी में रहने के कारण यह एस्ट्रॉयड आज तक ग्रह नहीं बन पाए, वरना अंतरिक्ष में कई ग्रह होते।

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