गोलियां मारी...जिंदा जलाया...70 लाशें बिछाई; पाकिस्तान में क्यों हुआ नरसंहार, चुन-चुन कर मारे लोग?
Pakistan Mass Murders: पाकिस्तान में पिछले 24 घंटे से आतंक फैला हुआ है। बलूचिस्तान प्रांत में बंदूकधारी आतंकी सरेआम कत्लेआम कर रहे हैं। 70 से ज्यादा लोगों को मारा गया है। अकेले बलूचिस्तान में 40 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया, जिनमें से 23 लोगों को अंधाधुंध गोलीबारी में भून दिया गया। कलात ज़िले में 11 लोगों की हत्या हुई है। मरने वालों में 5 पुलिसवाले हैं।
एक और ज़िले से 6 लाशें बरामद हुई हैं। बलूचिस्तान के मूसाखेल जिले में गाड़ियों में आग लगा दी गई, जिनमें कई लोग सवार थे, लेकिन मरने वालों की संख्या कंफर्म नहीं हुई है। हाईवे, रेलवे ब्रिज और पुलिस थानों में घुसकर हमले किए गए हैं। वहीं सुरक्षा बलों में भी 20 से ज्यादा हमलावरों को ढेर करने का दावा किया है। वहीं सबसे ज़्यादा हमले मूसाखेल, लासबेला, कलात, मस्तुंग और इनके आस-पास के इलाकों में हुए हैं।
कौन और क्यों कर रहा कत्लेआम?
पाकिस्तान पुलिस सूत्रों के अनुसार, हमले करने की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली है, जो बलूचिस्तान में एक्टिव आतंकी संगठन है। हमले बलूचिस्तान के मशहूर राजनेता नवाब अकबर बुगती की 18वीं बरसी पर किए गए। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने बुगती को साल 2006 में मार गिराया था। आतंकियों ने इसी हत्या का बदला लेने का दावा किया है और अपने ऑपरेशन को 'ऑपरेशन हीरोफ' नाम दिया है।
हमलों की शुरुआत बलूचिस्तान एक आर्मी कैंप पर बमबारी-गोलीबारी से की गई, जिसमें सेना के जवान की मौत हुई। शहर में ही 4 पुलिस थानों पर आतंकियों ने गोलीबारी की और गाड़ियों में आग लगा दी। एक पुल को ध्वस्त किया। बेला नामक कस्बे में हाईवे को ब्लॉक किया और आने जाने वाले लोगों को रोक कर उन्हें जबरन गाड़ियों से उतारकर छलनी कर दिया। लाशों-गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
पंजाब के लोगों को किया टारगेट
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आतंकियों ने पंजाब प्रांत से आने-जाने वाले लोगों को ज्यादा टारगेट किया। हाईवे को ब्लॉक करके एक-एक पैसेंजर के पहचान पत्र चेक किए और पंजाब के लोगों को बाकियों से अलग करके उन्हें गोलियां मार दी। पाकिस्तान पुलिस का भी मानना है कि आतंकियों का मकसद जाति विशेष को लोगों को मारना था। बरामद हुई लाशों की शिनाख्त की जा रही है।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हमलों और नरसंहार की जानकारी मिलते ही राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देश में आतंकवाद का कोई चेहरा नहीं है, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी और इसका खात्मा करने के बाद ही सरकार सांस लेगी। अलगाववादी, कट्टरपंथी सरकार के खिलाफ लोगों को भड़का रहे हैं। देशवासियों से अपील है कि वे अपनी चुनी हुई सरकार पर भरोसा रखें और सरकार को काम करने का मौका दें।