होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

History: प्लेन में भीषण अग्निकांड, 82 लोग जिंदा जले; टेकऑफ होते ही क्रैश हुई फ्लाइट, उग्रवादी बने कारण?

Today History in Hindi: आज के दिन का इतिहास भीषण विमान हादसे से जुड़ा है, जिसमें 82 लोग जिंदा जलकर मारे गए थे। टेकऑफ होते ही प्लेन क्रैश हुआ था और हादसे की वजह उग्रवादी थे। आइए जानते हैं कि यह विमान हादसा कब, कैसे और कहां हुआ था?
09:06 AM Aug 28, 2024 IST | Khushbu Goyal
Plane Crash in River
Advertisement

Tajikistan Airlines Plane Crash Memoir: फ्लाइट टेकऑफ होते ही क्रैश हो गई और हादसे में 82 लोग मारे गए। हालांकि नदी में गिरने से 4 लोगों की जान बच गई, लेकिन 82 लोगों की जली हुई लाशें मिलने से एयरलाइन का धक्का लगा। हादसा आज की तारीख में 31 साल पहले ताजिकिस्तान में हुआ था। हादसे में मारे गए लोगों में 14 बच्चे भी शामिल थे।

Advertisement

फ्लाइट में 81 पैसेंजर्स और 5 क्रू मेंबर्स सवार थे, जिनमें से 82 लोगों की मौत हो गई थी। 4 घायल तैरकर नदी से बाहर निकले और राहगीरों की मदद से हादसे की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर आकर एयरलाइन अधिकारियों और एयरपोर्ट स्टाफ को हादसे की जानकारी दी। वहीं इस हादसे को एयरलाइन और ताजिकिस्तान के इतिहास का सबसे घातक विमान हादसा माना गया।

यह भी पढ़ें:गोलियां मारी…जिंदा जलाया…70 लाशें बिछाई; पाकिस्तान में क्यों हुआ नरसंहार, चुन-चुन कर मारे लोग?

पंज नदी में गिरकर क्रैश हुआ था विमान

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 28 अगस्त 1993 को ताजिकिस्तान एयरलाइंस की फ्लाइट याकोवलेव याक-40 टेकऑफ हुई। यह डोमेस्टिक फ्लाइट थी, जिसने खोरोग हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी और इस इस फ्लाइट को दुशांबे हवाई अड्डे पर लैंड होना था, लेकिन रनवे से उड़ते ही यह क्रैश हो गई। हादसे का कारण ताजिकिस्तान में गृहयुद्ध था।

Advertisement

उग्रवादियों ने क्रू मेंबर्स को क्षमता से ज्यादा पैसेंजर्स ले जाने के लिए मजबूर किया। इससे प्लेन का वजन क्षमता से ज्यादा हो गया। वह टेकऑफ होते ही अनबैलेंस हो गया। पायलट ने उड़ान भरने के लिए स्पीड तेज की तो वह रनवे से आगे निकल गया। कई चीजों से टकराते हुए पंज नदी में गिर गया। उसमें आग लग गई थी और उस आग में जिंदा जलने से लोग मारे गए। लोगों ने लाशें, जला हुआ सामान और मलबा नदी में तैरते देखा।

यह भी पढ़ें:241 सैनिकों और 12 बच्चों की हत्या करने वाला Fuad Shukar कौन? जिसका बदला इजराइल से ले रहा हिजबुल्लाह

ज्यादा पैसेंजरों के कारण बढ़ा था वजन

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ताजिकिस्तान में साल 1993 में गृहयुद्ध चल रहा था। ताजिक शहर खोरूघ उग्रवादियों के कब्जे में था तो उग्रवादियों ने फ्लाइट के क्रू मेंबर्स को हथियारों से धमकाया और विमान को 81 यात्रियों को ले जाने के लिए मजबूर किया, जबकि विमान को केवल 28 यात्रियों को ले जाने के लिए डिजाइन किया गया था, लेकिन क्षमता से ज्यादा पैसेंजरों के कारण टेकऑफ के समय विमान का वजन 3000 किलोग्राम से अधिक हो गया।

क्रू मेंबर्स को उड़ान भरनी पड़ी, लेकिन रनवे खत्म होने तक भी फ्लाइट टेकऑफ नहीं हुई और वह रनवे से आगे निकलकर 150 मीटर दूर मिट्टी के तटबंध से टकरागई। विमान 60CM ऊंचे बोल्डर से टकराया। राइट गियर 60 मीटर आगे कंक्रीट के पिलबॉक्स से टकराया और आग लगने से पंज नदी में गिर गया।

यह भी पढ़ें:तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत का वीडियो! इजराइल ने देखिए ऐसे ध्वस्त किए लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकाने

Open in App
Advertisement
Tags :
Aaj Ka itihasHistory of the Dayplane crashspecial-news
Advertisement
Advertisement