US: सैन फ्रांसिस्को के भारतीय स्टोर में 20 बदमाशों ने दिनदहाड़े की करोड़ों की लूट; 5 गिरफ्तार
US Crime News: यूएस के सैन फ्रांसिस्को शहर में भारतीय स्टोर में लूट करने वाले 5 बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 20 नकाबपोश बदमाशों ने पुणे मुख्यालय वाली फर्म के स्टोर को निशाना बनाया था। शहर के बे एरिया में स्थित पीएनजी ज्वैलर्स की दुकान पर बुधवार को लूट के बाद आरोपी फरार हो गए थे। तोड़फोड़ और लूट की घटना के बाद लगातार बदमाशों की तलाश स्थानीय पुलिस कर रही थी। अब पुलिस ने 5 बदमाशों से लूट की कुछ रकम बरामद कर ली है। सोशल मीडिया पर वारदात के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि बदमाश काले कपड़े और नकाब पहनकर एकदम अंदर घुसते हैं। फिर हथोड़ों के बल पर के डिब्बों को तोड़कर गहने निकाल लेते हैं। ये डिब्बे ग्राहकों को दिखाने के लिए रखे गए थे। सनीवेल डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक सेफ्टी (DPS) द्वारा बदमाशों की गिरफ्तारी की पुष्टि की गई है।
दोपहर के समय आरोपियों ने दिया वारदात को अंजाम
वारदात को दोपहर लगभग 1:27 बजे 791 ईएल कैमिनो रियल में स्थित स्टोर पर अंजाम दिया गया था। पुलिस के आने से पहले बदमाश कई वाहनों में भाग गए थे। दो संदिग्ध वाहनों को पुलिस ने देखा भी, लेकिन ये लोग भागने में कामयाब हो गए। एक वाहन का पीछा करने के दौरान आरोपियों ने पुलिस को देख चोरी किए कुछ आभूषण नीचे फेंक दिए थे। लेकिन ये वाहन उस समय आरोपी भगा ले गए। बाद में गुप्तचरों ने पुलिस को इसका सुराग दे दिया था। पुलिस के ये वाहन व्हिपल एवेन्यू के पास हाईवे 101 पर मिला था। इससे उतरकर पांच संदिग्धों ने फ्रीवे पार करके पास के औद्योगिक क्षेत्र में पैदल भागने की कोशिश की थी। लेकिन पुलिस ने चार आरोपियों को इंडस्ट्रियल रोड और ब्रिटेन एवेन्यू के पास से दबोच लिया था। पुलिस ने बाद में 5वें संदिग्ध को हिरासत में लिया था।
चोरी किए गए आभूषणों की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। कुछ रिकवरी पुलिस ने की है। आरोपियों को दबोचने के दौरान पुलिसकर्मी बिल्कुल सेफ रहे। बता दें कि पीएनजी ज्वैलर्स को पारंपरिक ब्रांड माना जाता है, जो 19वीं सदी में शुरू हुआ था। कंपनी के संस्थापक गणेश गाडगिल ने सबसे पहले महाराष्ट्र के सांगली में कारोबार शुरू किया था। बाद में उनके वंशज पुणे शिफ्ट हो गए थे। इसके बाद दुबई और अमेरिका में इनका कारोबार फैल गया। खाड़ी क्षेत्र के व्यापारिक नेताओं और भारतीय अमेरिकी समुदाय के सदस्यों ने वारदात के बाद पुलिस से कड़ी कार्रवाई की गुहार लगाई थी।