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अनसुलझी पहेली बना 'गुफाओं का नेटवर्क', 281 साल पहले 'गलती' से हुई थी खोज, अभी भी नहीं सुलझा रहस्य

Royston Caves Mystery: ब्रिटेन के रॉयस्टन में 1742 के दौरान मजदूरों को यहां गुफाएं मिली थीं। बाद में गुफाओं का पूरा नेटवर्क सामने आया था। एक गुफा में तो दरवाजे और खिड़कियां भी मिली हैं। लेकिन, इसे किसने, कब और किसलिए बनवाया गया था इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। उल्लेखनीय है कि इन गुफाओं का निर्माण इंसानों ने ही किया था।
02:32 PM Mar 25, 2024 IST | Gaurav Pandey
Royston Cave in Cambridgeshire
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Royston Caves Mystery: यूं तो इस दुनिया में कितने ही ऐसे रहस्य हैं जिनसे पर्दा अब तक नहीं उठ पाया है। ऐसा ही एक रहस्य है इंग्लैंड के कैंब्रिजशायर में स्थित रॉयस्टन नाम के कस्बे में मिला गुफाओं का एक नेटवर्क। सदियों पहले बनाए गए गुफाओं के इस नेटवर्क को इंसानों ने ही बनाया था। बता दें कि इसकी खोज साल 1742 में गलती से हुई थी। अब 2024 चल रहा है, लेकिन इतना समय बीतने के बाद भी एक्सप्लोरर और हिस्टोरियन इसे लेकर कुछ स्पष्ट नहीं कह पा रहे हैं।

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कोई नहीं जानता कब और क्यों हुआ था निर्माण

रॉयस्टन में रहने वाले लोगों के लिए यह गुफा पूरी तरह से रहस्य है। कोई भी सही-सही नहीं बता पाया है कि इसे किसने बनाया था या इन गुफाओं का निर्माण किस चीज से किया गया था। इसको लेकर अटकलें तो कई लोग लगाते आए हैं लेकिन ये सिर्फ अटकलें ही हैं। इस गुफा की सही उम्र या इसे बनाने का कारण क्या था, यह किसी को नहीं पता है। बता दें कि 1742 में कुछ मजदूरों को गलती से इस गुफा का पता चला था। वह भी इसकी दीवारों पर नक्काशी देख हैरान रह गए थे।

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गुफा में मिली मूर्तियां-नक्काशी आज भी पहेली 

गुफा की दीवारों पर अद्भुत नक्काशी देखने को मिलती है। इनमें ईसा मसीह और उनके शिष्यों समेत संतों की आकृति को उकेरा गया है। इसके अलावा धर्म से अलग हट कर की गई नक्काशी धरती देवी को प्रदर्शित करती है, जिन्हें उपजाऊपर का प्रतीक माना जाता है। इसके अंदर मिली छोटी-छोटी मूर्तियों और प्रतीकों की पहचान आज भी नहीं हो सकी है। वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि यह गुफा उस समय पत्थर तराशने का काम करने वाले लोगों का ठिकाना हो सकती है।

रॉयल यूनिवर्सिटी का इंस्टीट्यूट कर रहा कोशिश

अब इस रहस्यमयी गुफा को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। इसके ढांचे में एक ऐसी गुफा भी है जिसमें खिड़कियां और दरवाजे हैं। स्थानीय इतिहासकार इस गुत्थी को सुलझाने की कोशिश में बार-बार इस गुफा का दौरा करते हैं। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार इन गुफाओं का निर्माण आठवीं शताब्दी में हुआ था। रॉयल एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी ने 'कल्चरल हेरिटेज इंस्टीट्यूट' का गठन किया था, जो यह जानने की कोशिश कर रहा है कि इनका निर्माण कब हुआ था।

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