फ्लाइट्स में बम की तरह फट सकते हैं Soda Cans? जानें क्यों जान पर बन सकती है
America News: भीषण गर्मी के बीच अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन से चौंका देने वाली खबर सामने आई है। अमेरिका की साउथवेस्ट एयरलाइंस (Southwest Airlines) की उड़ानों में अत्यधिक गर्मी के कारण सोडे के डिब्बे (Soda Cans) फटने के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। बता दें कि फिलहाल अमेरिका के दक्षिण पश्चिमी भागों में झुलसा देने वाली गर्मी पड़ रही है। जिससे उड़ानों के दौरान सोडे के डिब्बे फटने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। जिससे क्रू मेंबर्स और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
दूसरी कंपनियों की उड़ानों में ये बात सामने आ चुकी है। जिसके समाधान को लेकर एयरलाइन कंपनियां समीक्षा करने लगी हैं। कार्बोनेटेड पेय पदार्थों को कैसे हैंडल किया जाए? इसको लेकर विचार किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि ऊंचे केबिन दबाव और ज्यादा तापमान के कारण डिब्बे बम की तरह फट रहे हैं। अधिक तापमान के कारण पेय पदार्थों पर अधिक दबाव होता है। जिससे ये फट जाते हैं।
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Southwest Airlines और अन्य एयरलाइंस कंपनियां अपने प्रोटोकॉल पर भी विचार कर रही हैं। पेय पदार्थों को सेफ रखने के लिए ठंडे भंडारण की व्यवस्था की जा सकती है। वहीं, इनका उपयोग सीमित करने पर भी विचार किया जा सकता है। यात्रियों के लिए भी एडवाइजरी जारी की गई है। उनसे कहा गया है कि अधिक गर्मी की स्थिति में वे ट्रैवलिंग के दौरान सोडा या अन्य पेय पदार्थ न लाएं। अगर जरूरी है तो इसे अच्छी तरह पैक करें। अब सोडे के डिब्बे फटने के मामले सामने आने के बाद यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। यात्रियों से कहा गया है कि वे अपने सोडा को कैरी ऑन बैग में रखने से परहेज करें। अगर जरूरी हो तो इन्हें सिर्फ चेक इन बैग में ही सेफ्टी के साथ रखें।
विशेषज्ञों के अनुसार जब सामान्य ऑपरेटिंग से अधिक तापमान के संपर्क में डिब्बे आते हैं तो ये फैल जाते हैं। इसके बाद जब डिब्बा हिलता है तो गर्मी ज्यादा होने के कारण अंदर मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड का दबाव बढ़ जाता है। जिससे डिब्बा फट जाता है।
उड़ान भरने से पहले भी किया जा रहा सचेत
उड़ान भरने से पहले भी यात्रियों को सचेत किया जा रहा है। हाल के दिनों में दक्षिण पश्चिमी अमेरिका में टेंपरेचर 38 डिग्री सेल्सियस (100 डिग्रीF) तक पहुंच गया है। जिससे केबिन के अंदर का तापमान बढ़ रहा है। इससे काफी समस्याएं सामने आ रही हैं। उड़ान के दौरान केबिन का तापमान सामान्य से अधिक रखा जाता है। ताकि यात्रियों को आराम मिल सके। लेकिन अब इस स्थिति में डिब्बे फटने के मामले सामने आ रहे हैं। अब यात्रियों को राहत देने के लिए एयरलाइंस कंपनिया मिलकर इस समस्या का हल निकालने में जुटी हैं।