दुनिया की 5 रहस्यमयी जगहें, जो टूरिस्ट के लिए हैं बैन, भारत की भी 2 जगह शामिल
दुनिया में कई ऐसी रहस्यमयी जगहें हैं, जहां जाने की मनाही है। ये जगहें अपने रहस्यों और खतरों के कारण आम लोगों के लिए बंद हैं। इनमें कुछ जगहों पर प्राकृतिक कारणों से जाना मना है, तो कुछ पर धार्मिक या सांस्कृतिक मान्यताओं के कारण। भारत में भी ऐसी दो रहस्यमयी जगहें हैं, जहां टूरिस्ट नहीं जा सकते। इन जगहों की कहानियां और वहां के अनसुलझे रहस्य हर किसी को हैरान कर देते हैं। आइए जानते हैं दुनिया की 5 ऐसी रहस्यमयी जगहों के बारे में, जहां टूरिस्ट के लिए एंट्री पूरी तरह से बैन है।
स्नेक आइलैंड, ब्राजील (Snake Island)
ब्राजील का नाग आइलैंड एक बेहद खतरनाक जगह है। यह "साओ पाओलो" से करीब 36 किलोमीटर दूर है और यहां पर 4 हजार से ज्यादा प्रजातियों के सांप पाए जाते हैं। इनमें से कई सांप बहुत जहरीले हैं। इस आइलैंड पर जाने वाले लोग कभी वापस नहीं आते। सुरक्षा कारणों से ब्राजील सरकार ने यहां पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। केवल वैज्ञानिक ही रिसर्च के लिए वहां जा सकते हैं।
हर्ड द्वीप, ऑस्ट्रेलिया (Heard Island)
ऑस्ट्रेलिया के दक्षिणी ध्रुव के पास स्थित हर्ड आइलैंड एक ज्वालामुखीय द्वीप है। यहां ‘बिग बेन’ नाम का सक्रिय ज्वालामुखी है। प्राकृतिक संरक्षण और सुरक्षा कारणों से इस 370 वर्ग किलोमीटर में फैले द्वीप पर पर्यटकों का जाना मना है।
राजा किन शी हुआन का मकबरा, चीन (qin shi huang tomb)
चीन के सम्राट किन शी हुआन का मकबरा आज भी रहस्य बना हुआ है। 210 ईसा पूर्व में उनकी हत्या के बाद उनके मकबरे में हजारों सैनिकों की मूर्तियां स्थापित की गईं। मकबरे के बाहर कई तरह के खतरनाक ट्रैप लगे हुए हैं। चीन सरकार ने यहां रिसर्च पर भी रोक लगाई हुई है और इस स्थान को संरक्षित रखा गया है।
बैरन द्वीप, भारत (Barren Island)
भारत के अंडमान सागर में स्थित बैरन द्वीप पर एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी है। सुरक्षा कारणों से पर्यटकों को इस द्वीप पर जाने की इजाजत नहीं है। लोग इस द्वीप को केवल दूर से देख सकते हैं। इसका नाम ‘बैरन’ इसलिए पड़ा क्योंकि यहां इंसानों का प्रवेश नहीं होता।
नॉर्थ सेंटिनल द्वीप, भारत (North Sentinel Island)
भारत के अंडमान में स्थित नॉर्थ सेंटिनल द्वीप बाहरी लोगों के लिए पूरी तरह से प्रतिबंधित है। यहां 60 हजार साल पुराने इंसानी कबीले के लोग रहते हैं, जिनका बाहरी दुनिया से कोई संपर्क नहीं है। इस जनजाति का इलाका संरक्षित है और बाहरी व्यक्ति के वहां जाने पर कबीले के लोग हमला कर देते हैं। इसलिए सुरक्षा कारणों से इस द्वीप पर बाहरी लोगों के जाने पर प्रतिबंध है।
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