होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

क्राइम करो, कोई नहीं रोकेगा! लूट-डकैती के बाद भी क्यों बदमाशों को छोड़ रही पुलिस?

UK Crime Rate Rise: यूके में एक तरह से अपराधियों की मौज लगी हुई है। हालात ये हैं कि अपराधी क्राइम कर रहे हैं, लेकिन पुलिस उनको अरेस्ट नहीं कर सकती। ऐसा एक खास वजह के कारण हो रहा है। इन अपराधियों को दबोचने के लिए खास कदम उठाने की योजना पर काम हो रहा है। आइए विस्तार से मामले के बारे में जानते हैं।
07:30 PM Jul 12, 2024 IST | Parmod chaudhary
Advertisement

UK Crime News: यूके में अपराधी सड़कों पर बेखौफ होकर लूटपाट कर रहे हैं, लेकिन पुलिस इनको गिरफ्तार नहीं कर पा रही। जिस हिसाब से यूके में क्राइम बढ़ रहा है, उतने अपराधियों को अगर एकसाथ गिरफ्तार कर लिया जाए तो 6 महीने बाद जेलों में पांव रखने को भी जगह नहीं बचेगी। यूके की न्याय सचिव शबाना महमूद ने देशभर में नागरिक अव्यवस्था को रोकने के लिए खास योजना पर काम शुरू किया है। महमूद जल्द हजारों कैदियों को जेल से बाहर निकालने की आपातकालीन घोषणा का ऐलान कर सकती हैं। इसके बाद नए अपराधियों को जेलों में बंद किया जाएगा। अगर जल्द काम नहीं किया गया तो बैंकों की अगले माह होने वाली छुट्टी तक जेलें फुल हो जाएंगी। अभी पुरुषों की जेलों में सिर्फ 700 कैदियों की जगह खाली है। एक रिपोर्ट के अनुसार यूके की जेलों में इस समय 83 हजार से अधिक कैदी हैं।

Advertisement

हालातों पर नियंत्रण करना जरूरी

पानी आपूर्ति करने वाली संस्था के हिसाब से जेलों में बंद कैदियों को सुचारू सेवाएं देने के लिए उसे 1425 और कर्मचारियों की जरूरत है। वहीं, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिस हिसाब से आपराधिक मामलों में लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। उस हिसाब से देश के सभी थानों में हिरासत में रखने के लिए 3 दिन बाद जगह नहीं बचेगी। बड़ी संख्या में अपराधी दबोचे जा रहे हैं। इतने लोगों को थानों में बंद रख पाना उचित नहीं होगा। यानी पुलिस के पास कैदियों को लाने और ले जाने के लिए जगह नहीं होगी। इस कमजोरी का लाभ भी कुछ लोग उठा सकते हैं। यानी लूटपाट जैसी वारदातों को तेज कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें:222 किलो के सनकी आश‍िक ने मशहूर मॉडल के लिए रची खौफनाक साज‍िश; 1 नहीं 3 उम्रकैद की मिली सजा

ऐसे में हालात गंभीर होने से पहले ही इंतजाम किए जाने की जरूरत है। अगर न्याय सचिव कैदियों को नियंत्रित करने के लिए जेलें खाली करने जैसा ऐलान करती हैं तो माना जा रहा है कि विरोधी उनको निशाने पर ले सकते हैं। चार साल से कम सजा वाले कैदियों को रिहा करने की योजना बन रही है। जिन्हें 40 फीसदी सजा काटने के बाद रिहा किया जा सकता है। फिलहाल 50 फीसदी सजा काटने वालों को रिहा कर दिया जाता है। पीएम कीर स्टारमर ने गुरुवार को इस बाबत मीडिया को जानकारी दी। उनसे पूछा गया कि क्या खतरनाक कैदियों को भी सड़कों पर छोड़ा जाएगा? ऐसा कब तक हो सकता है? जवाब में पीएम ने कहा कि बेशक, हिंसा, यौन शोषण और आतंकी प्रवृति के लोगों को भी छोड़ा जा सकता है।

Advertisement

2011 में जेल में हुआ था दंगा

पीएम के अनुसार वे ऐसे लोगों को छोड़ना नहीं चाहते, लेकिन जहां जेलों में जगह नहीं बची है, वहां उनके पास ऑप्शन नहीं है। लेबर सरकार सजा संबंधी नियमों की भी समीक्षा करेगी। अगर अपराधों में बढ़ोतरी हुई तो जेलों में समय से पहले भी जगहें खत्म हो सकती हैं। इससे पहले ऐसा संकट 2011 में देखने को मिला था। जेल में दंगा हो गया था, कैदियों की अधिक संख्या के कारण पुलिस को कानून व्यवस्था लागू करने में मशक्कत करनी पड़ी थी। जेल से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि अगर जल्द निर्णय नहीं लिया गया तो बैंकों की अगस्त में होने वाली छुट्टी तक अपराधी बेकाबू हो सकते हैं। जो चिंताजनक है। अगस्त में जेलों में धूम्रशोधन का कार्य भी खटमल रोकने के लिए किया जाता है।

ये भी पढ़ें: क्या Gay थे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन? डॉक्यूमेंट्री में खुलेंगे कई राज!

 

Open in App
Advertisement
Advertisement
Advertisement