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माइग्रेन का इलाज कराने अस्पताल गया था शख्स, दिमाग में जो मिला जानकर हिल जाएगा दिमाग

Tapeworm In Brain America News: अमेरिका में एक शख्स सिर में दर्द की समस्या से परेशान था। जब माइग्रेन की दिक्कत असहनीय हो गई तो वह अस्पताल जांच कराने पहुंचा। यहां डॉक्टरों ने जब उसके सिर की जांच की तो उन्हें जो मिला उसे देख उनके होश उड़ गए।
12:39 PM Mar 10, 2024 IST | Gaurav Pandey
Representative Image (Pixabay)
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Tapeworm In Brain America News : अमेरिका में एक शख्स को माइग्रेन (सिर में तेज तेज दर्द) की समस्या हो रही थी। 52 साल का यह व्यक्ति जब काफी परेशान हो गया तो अस्पताल पहुंचा। यहां डॉक्टर्स ने जब जांच की तो उसके दिमाग में जो मिला उसे जानकर आपका दिमाग भी हिल जाएगा। दरअसल, डॉक्टर्स को उसके दिमाग में एक टेपवर्म मिला। टेपवर्म को हिंदी में फीता कृमि कहते हैं। यह एक परजीवी कीड़ा होता है तो इसानों और जानवरों को संक्रमित करता है। आम तौर पर यह आंतों में पाया जाता है। लेकिन इस शख्स के मामले में यह उसके दिमाग में पहुंच गया था।

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अधपका बेकन बना वजह!

न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार यह शख्स पिछले चार महीने से तेज सिर दर्द की समस्या से परेशान था। जब यह समस्या बहुत गंभीर हो गई तो वह अस्पताल पहुंचा था। उसके सिर का स्कैन किए जाने पर पता चला कि उसके दिमाग के दोनों ओर कई सिस्ट थे। ये सिस्ट असल में टेपवर्म के अंडे थे। डॉक्टर्स का मानना है कि ऐसा अधपका बेकन खाने की वजह से हुआ। बेकन एक डिश है जो सुअर के मांस से बनती है। इस शख्स ने डॉक्टर्स को बताया था कि उसे सॉफ्ट बेकन बहुत पसंद है। डॉक्टर्स के अनुसार इस स्थिति को पैरासाइटिक इंफेक्शन न्यूरोसिस्टिसरकोसिस कहा जाता है।

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अब कैसा है मरीज का हाल

इस शख्स की समस्या को लेकर डिटेल्स हाल ही में 'अमेरिकन जर्नल ऑफ केस रिपोर्ट्स' में प्रकाशित हुई थीं। इसमें रिसर्चर्स ने लिथा है कि यह ऐतिहासिक रूप से बहुत ही असामान्य है कि अमेरिका में संक्रमित पोर्क (सुअर) का मामला सामने आए। बता दें कि दिमाग में टेपवर्म का पता चलने के बाद इस शख्स को आईसीयू में भर्ती कराया गया और दिमाग में सूजन कम करने के लिए इलाज शुरू किया गया। दो सप्ताह तक उसे कीड़ों से होने वाले इंफेक्शन के इलाज में काम आने वाली दवाएं भी दी गईं। धीरे-धीरे उसके दिमाग में जमा सिस्ट खत्म हो गई और माइग्रेन से भी राहत मिल गई।

क्या है यह संक्रमण

अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ का एक अनुमान कहता है कि यहां न्यूरोसिस्टिसरकोसिस के हर साल 1320 से लेकर 5050 केस सामने आते हैं। इसे दिमाग या फिर शरीर के नर्वस सिस्टम में संक्रमण से जुड़ी गंभीर स्थिति माना जाता है। ऐसा होने पर सिर में तेज दर्द से लेकर मिर्गी के दौरे, बोलने में दिक्कत, देखने में समस्या होना और कमजोरी जैसे लक्षण दिख सकते हैं। यह संक्रमण होने पर ये कीड़े दिमाग और लिवर के साथ आंतों में अपनी संख्या बढ़ा सकते हैं जिससे स्वास्थ्य के लिए बेहद गंभीर संकट खड़ा हो सकता है। ये टेपवर्म शरीर की मांसपेशियों पर भी बुरा असर डाल सकते हैं।

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